नयी दिल्ली, 28 मार्च (भाषा) तृणमूल कांग्रेस नेता साकेत गोखले ने बृहस्पतिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) की मजदूरी में केवल पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है, जो इस राज्य के प्रति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘‘नफरत’’ का बेशर्म प्रदर्शन है।
मनरेगा योजना के तहत मजदूरी बढ़ाने संबंधी केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की अधिसूचना का जिक्र करते हुए गोखले ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लिए मजदूरी में बढ़ोतरी केवल पांच प्रतिशत की गयी है, जबकि बिहार के लिए यह बढ़ोतरी सात प्रतिशत से अधिक, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए नौ प्रतिशत से अधिक तथा आंध्र प्रदेश के लिए 10 प्रतिशत से अधिक है।
तृणमूल नेता ने सोशल मीडिया मंत्र ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मनरेगा मजदूरी के 7,000 करोड़ रुपये से अधिक के बकाया को रोकने के बाद, बंगाल-विरोधी भाजपा ‘जमींदारों’ ने मनरेगा मजदूरी में पांच प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी के साथ एक बार फिर से पश्चिम बंगाल के लोगों को निशाना बनाया है, जबकि भाजपा शासित राज्यों में 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह बंगाल के प्रति भाजपा की नफरत का एक और बेशर्म प्रदर्शन है- इसका जवाब जनता आगामी चुनावों में देगी।’’
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा बुधवार को मनरेगा मजदूरी दरों को लेकर एक अधिसूचना जारी की गई।
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