नयी दिल्ली, छह जनवरी (भाषा) दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शुक्रवार को दिल्ली हज समिति के सदस्यों का ऐलान कर दिया। समिति में कांग्रेस के एक पार्षद को शामिल किया गया है। हालांकि, आप ने इसे भाजपा और कांग्रेस का आपसी सांठगांठ करार दिया है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिसूचना को ‘अवैध’ करार दिया और कहा कि न तो सरकार से सलाह-मशविरा किया गया और न ही उचित प्रक्रिया का पालन किया गया।
हज समिति के सदस्यों में भाजपा सांसद गौतम गंभीर, आम आदमी पार्टी के दो विधायक- अब्दुल रहमान और हाजी यूनुस, कांग्रेस पार्षद नाजिया दानिश, मुस्लिम धार्मिक विशेषज्ञ मोहम्मद साद और मुस्लिम स्वैच्छिक संगठनों के सदस्य के रूप में कौसर जहां शामिल हैं।
इस बीच विपक्षी भाजपा ने कहा कि उपराज्यपाल ने मामले में सभी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन किया।
उपराज्यपाल के कार्यालय के सूत्रों ने आरोप का खंडन करते हुए कहा कि उचित प्रक्रिया का पालन किया गया है और नाजिया दानिश को समिति का अध्यक्ष नहीं बनाया गया।
एमसीडी के 250 में सदस्यों में कांग्रेस के नौ सदस्य हैं और उसने कहा है कि वह महापौर के चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी।
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने इससे पहले दिन में आरोप लगाया था कि एमसीडी के सदन में कांग्रेस की नेता नाजिया दानिश ने भाजपा के साथ समझौता किया है।
भाषा नोमान रंजन
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