भुवनेश्वर, तीन मई (भाषा) ओडिशा के कलिंगा औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान (केआईआईटी) के छात्रावास में मृत पाई गई 18 वर्षीय एक नेपाली छात्रा का पुरी में शनिवार को उसके परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में स्वर्गद्वार पर अंतिम संस्कार किया गया।
नेपाली परंपरा के अनुसार, मृतक लड़की के पिता श्याम प्रसाद साह ने पवित्र शहर के श्मशान घाट पर उसकी चिता को मुखाग्नि दी।
छात्रा प्रिसा की मां पिंकी साह, अन्य रिश्तेदार और अखिल भारतीय नेपाली एकता समाज समिति के सदस्य, नेपाल दूतावास के कर्मचारी और जिला अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे।
प्रिसा के पिता ने रुंआसे गले से कहा, ‘‘हमें यह बताया जाना चाहिए कि हमारी बेटी कैसे और क्यों मरी।’’
प्रिसा के माता-पिता ने दावा किया कि उसने बृहस्पतिवार को अपराह्न तीन बजे अपनी मां से बात की थी और वह खुश लग रही थी, तथा उन्हें रात आठ बजे उसकी मौत की खबर मिली।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त प्रकाश चंद्र पाल ने बताया कि छात्रा के माता-पिता की सहमति के बाद एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तीन चिकित्सकों की एक टीम ने एम्स-भुवनेश्वर में शव का पोस्टमार्टम किया।
उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई है।
छात्रा के माता-पिता उसकी मौत की खबर मिलने के बाद शुक्रवार रात यहां पहुंचे थे।
पुलिस ने बताया कि उसने करीब 10 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें उस छात्रावास के कर्मचारी शामिल हैं, जहां से बृहस्पतिवार शाम को उसका शव बरामद किया गया था।
इस घटना के संबंध में इंफोसिटी पुलिस थाने में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि वह छात्रा के लैपटॉप और मोबाइल फोन की जांच कर रही है।
नेपाल सरकार ने इस घटना की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की मांग की है।
इससे पहले, फरवरी में नेपाली छात्रा प्रकृति लामसाल की मौत के बाद छात्रों ने प्रदर्शन किया था।
भाषा
राजकुमार पारुल
पारुल
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