लखनऊ: जिस सपा-बसपा ‘महागठबंधन’ की चर्चा इन दिनों सियासी गलियारों में है उसकी नींव रखने में अहम रोल आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का है. जेल में रहते हुए भी लालू बीजेपी को यूपी-बिहार में पटखनी देने के लिए रणनीति बनाने में जुटे हैं. इसी के तहत गठबंधन की घोषणा के बाद तेजस्वी यादव अखिलेश यादव व मायावती से मिलने पहुंचे. रविवार शाम उन्होंने बसपा सुप्रीमो से मुलाकात की, तो वहीं सोमवार को वह सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे.
एकजुटता दिखाने की कोशिश
मायावती से लगभग दो घंटे तक मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह दोनों नेताओं को गठबंधन की बधाई देने आए हैं. वहीं मायावती ने कहा कि बीजेपी ने षड़यंत्र के तहत लालू यादव को जेल भेजवाया. इसी षड़यंत्र को नाकाम करने के लिए सबको एकजुट होना है. इस मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने माया के पैर छूते हुए तस्वीर पोस्ट की.
Extended warm Birthday greetings in advance to the person who deserves honor because of everything she has achieved in life.
Elders teaches us a ton when we grow up under their guidance. I wish many more years ahead, happiness & success to Honourable Mayawati Ji. Happy Birthday! pic.twitter.com/yNI4afTvF0
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 14, 2019
बीजेपी को घेरने का प्लान
सपा अध्यक्ष से मिलने पहुंचे तेजस्वी यादव ने सपा कार्यालय में कहा कि आज किसान आत्मदाह करने पर मजबूर हैं. लालू जी ने कल्पना की थी जो गठबंधन आज साकार हुआ है, अखिलेश जी और मायावती जी को धन्यवाद किया है. देश पर आज खतरा मंडरा रहा है. यूपी -बिहार से बीजेपी का सफाया तय हो चुका है, फूलपुर गोरखपुर में सीएम और डिप्टी सीएम अपनी सीट बचा नहीं पाए. ये मैसेज पूरे देश मे गया है. यूपी और बिहारी ही तय करेगा कि केन्द्र में कौन बैठेगा. बिहार झारखण्ड और यूपी में 134 सीटें हैं. एनडीए के पास अभी 118 के आसपास सीट हैं. अबकी बार बीजेपी सारी सीटें हारेगी.
अखिलेश ने साधा बीजेपी पर निशाना
अखिलेश यादव ने कहा कि सही मायने में जनता के बीच में इस गठबंधन को सिमेंटिंग करने का मैसेज गया है. हालांकि, पूरे देश कि जनता नाराज है. नौकरी का कोई भरोसा नहीं. देश के व्यापारियों को संकट में डाल दिया गया है. यूपी में गठबंधन की खुशी पूरे देश में है. दिल्ली से कलकत्ता तक बीजेपी के खिलाफ लोग खड़े हैं. दिल्ली-कलकत्ता के लोगों को बीजेपी वाले बुलेट ट्रेन दे देते तो खुश हो जाते, लेकिन अहमदाबाद से मुम्बई दे दी. हमने दिल्ली से पटना रांची के लिए मांगी थी, लेकिन नहीं दी गई. यूपी के सीएम संदेश देते हुए कहते हैं ठोक दो, सांप-छछुंदर की भाषा रही है. दम हो तो आकर दिखा दो..ऐसे शब्द हैं उनके. कहा- जनता ने दिखा दिया, हम क्यों नाक रगड़ेंगे. हमारी सरकार थोड़ी जा रही है, जिसकी जा रही है वो रगड़े. वो चाहते हैं समाजवादियों की भाषा बदल जाए हम नहीं बदलेंगे.
ये भी है रणनीति
सूत्रों की मानें तो यूपी में गठबंधन में आरजेडी को जगह मिल सकती है. सपा के कोटे से आरजेडी के एक उम्मीदवार को टिकट मिल सकता है. ठीक इसी तरह बिहार में आरजेडी अपने कोटे से सपा के एक उम्मीदवार को लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है. इसके अलावा अखिलेश-माया व तेजस्वी एक मंच से बीजेपी के खिलाफ बड़ी रैली कर अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का भी संदेश देंगे.