पटना : बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के हाथों से सत्ता चले जाने के बाद मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में लालू प्रसाद द्वारा छोड़ दिए गए कथित ‘भूत’ का खतरा बृहस्पतिवार को राजनीतिक क्षितिज पर छाया रहा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मजाक में एक छोटी सी घटना साझा करने पर प्रसाद के वरिष्ठ सहयोगी ने तीखी प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने दावा किया कि खुले तौर पर अपने को तर्कवादी कहने वाले जदयू सुप्रीमो ने एक बार अपने अजेय प्रतिद्वंद्वी से बदला लेने के लिए काले जादू का सहारा लिया था.
कुमार की सहयोगी भाजपा ने इस मौके को लपका और अंधविश्वास एवं जादू-टोना के प्रति झुकाव को लेकर जेल में बंद नेता (प्रसाद) की आलोचना की.
यहां मीडिया में खबर आयी कि कुमार ने बुधवार को नए साल के मौके पर अनौपचारिक मिलन कार्यक्रम में 2005 के विधानसभा चुनाव में राजद के अपदस्थ होने पर राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग को खाली करने के बाद वहां पहुंचने से संबंधित एक वाकये का जिक्र किया.
खबरों के अनुसार कुमार ने कहा कि प्रसाद दंपति ने वहां मिट्टी का टीला छोड़ा था और बंगले में कोनों में पुड़ियां रख दी थीं.
कुमार ने कथित रूप से कहा कि बाद में, मनमोहन सिंह सरकार में रेल मंत्री रहने के दौरान प्रसाद ने उनसे कहा कि हमने आपके मकान में भूत छोड़ दिए हैं।
इस पर, कभी कुमार के जदयू में रहे और अब राजद के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि एक बार लालू जी ने उनसे कहा था कि नीतीश ने उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए पटना के दरभंगा हाउस के काली मंदिर में टोना टोटका कराया।
उन्होंने कहा कि लेकिन जब पुरोहितों को पता चला कि यह लालू जी को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया तब उन्होंने उन्हें इसकी जानकारी दी और काले जादू का मुकाबला करने के लिए उन्होंने (लालू ने) भी कुछ कराया लेकिन वह उन्हें (तिवारी को) याद नहीं है.