रांची, 25 फरवरी (भाषा) झारखंड के रांची में कुर्मी समुदाय के सदस्यों ने अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने और कुरमाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर रविवार को एक रैली निकाली।
‘टोटेमिक कुर्मी विकास मोर्चा’ (टीकेवीएम) के बैनर तले आयोजित इस मार्च में रांची, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, हज़ारीबाग और जामताड़ा समेत राज्य के विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
रैली की मुख्य संयोजक शीतल ओहदार ने कहा कि समुदाय के लिए अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा और कुरमाली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करना उनकी प्रमुख मांगों में शामिल है।
ओहदार ने दावा किया, ‘‘एक साजिश के तहत छह सितंबर 1950 को कुर्मी को एसटी सूची से हटा दिया गया था।’’
उन्होंने यह भी कहा कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो समुदाय के सदस्य आगामी लोकसभा चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ मतदान करेंगे।
संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाएं शामिल हैं, जिनमें हिंदी, मराठी, गुजराती, बांग्ला, उड़िया, संस्कृत, संथाली, मैथिली और डोगरी समेत अन्य शामिल हैं।
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नोमान सुरेश
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