कोटा, चार मई (भाषा) राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की एक अभ्यर्थी ने रविवार को होने वाली इस परीक्षा से एक दिन पहले यहां पार्श्वनाथ इलाके में स्थित अपने घर में कथित तौर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
मृतक लड़की के पिता ने रविवार को बताया कि उनकी बेटी एक मेधावी छात्रा थी और उसमें अवसाद के कोई लक्षण नहीं थे।
मध्य प्रदेश के श्योपुर की रहने वाली नाबालिग लड़की ने शनिवार रात पार्श्वनाथ इलाके स्थित अपने कमरे में लोहे की ग्रिल से अपने दुपट्टे का इस्तेमाल करके फंदा लगा लिया। उस समय उसके माता-पिता बाहर थे।
सुरेश सिंह सिकरवाल ने रविवार सुबह शवगृह के बाहर मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि उनकी बेटी पढ़ायी में अच्छी थी और उसने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 92 प्रतिशत अंक हासिल किए थे।
सिकरवाल ने कहा कि उन्होंने 2017 में कोटा में एक मकान खरीदा था और तब से उनके बच्चे यहां पढ़ायी कर रहे थे और अपनी मां के साथ रह रहे थे, जबकि वह अक्सर यहां आते रहते थे।
पेशे से शिक्षक सिकरवाल ने कहा कि वह पिछले चार दिनों से अपनी बेटी के साथ थे, लेकिन उसमें अवसाद या चिंता का कोई लक्षण नहीं दिखा और वह दो साल से एक कोचिंग संस्थान में नीट की तैयारी कर रही थी।
कुन्हाड़ी पुलिस थाने के सर्किल इंस्पेक्टर अरविंद भारद्वाज ने बताया कि छात्रा ने शनिवार शाम को जब यह कदम उठाया, उस समय उसके माता-पिता बाजार गए थे। उन्होंने बताया कि इस घटना के बारे में पता रात करीब नौ बजे तब चला जब लड़की के माता-पिता घर पहुंचे।
भारद्वाज ने बताया कि छात्रा के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और लड़की ने यह कदम क्यों उठाया इसका पता जांच के जरिये लगाया जाएगा।
कोटा में कोचिंग कर रही किसी छात्र द्वारा आत्महत्या किए जाने का यह इस साल जनवरी से 14वां मामला है। पिछले साल कोटा में कोचिंग करने वाले छात्रों द्वारा आत्महत्या किए जाने के कुल 17 मामले सामने आए थे।
भाषा अमित नरेश
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