अलप्पुझा: पुलिस ने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के नेता के एस शान और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा की प्रदेश इकाई के सचिव रंजीत श्रीनिवास की हत्या के मामलों की जांच में ‘अच्छी प्रगति’ होने का दावा करते हुए मंगलवार को बताया कि कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस ने बताया कि यह पता लगाने के लिए हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है कि इन हत्याओं में उनकी सीधी संलिप्तता थी या नहीं.
शान पर शनिवार की रात घर लौटते समय हमला किया गया था. उन्होंने आधी रात के करीब कोच्चि के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था. इसके कुछ घंटों बाद रविवार सुबह कुछ हमलावरों ने श्रीनिवास के घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी.
हत्या के इन दोनों मामलों की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) कर रही है. एसआईटी का नेतृत्व कर रहे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) (कानून एवं व्यवस्था) विजय सखारे ने बताया कि आरोपियों की पहचान हो जाने के बाद आपराधिक षड्यंत्र समेत सभी पहलुओं की जांच की जाएगी.
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अधिकारी ने बताया कि हत्याओं के संबंध में सोशल मीडिया संबंधी सतर्कता बढ़ा दी गई हैं. उन्होंने भड़काऊ पोस्ट डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी है.
उन्होंने बताया कि जांच में अच्छी प्रगति हुई है और उन्हें और उनकी टीम को मामले में जल्द ही ‘सफलता’ मिलने की उम्मीद है.
सखारे ने कहा, ‘हमने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है लेकिन यह बताना अभी जल्दबाजी होगी कि इस अपराध में वे प्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं या नहीं. हमारा तत्काल लक्ष्य जल्द से जल्द पूछताछ पूरी करना, अपराधियों की पहचान करना और उनकी गिरफ्तारी करना है.’
उन्होंने कहा कि जब तक जांचकर्ताओं के समक्ष पूरी कहानी स्पष्ट नहीं हो जाती तब तक किसी भी तरह की पुष्टि नहीं की जा सकती.
अधिकारी ने बताया कि कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए और इस प्रकार के अपराध भविष्य में होने से रोकने के लिए जिले में कई स्थानों पर छापे मारे गए हैं और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले कई लोगों को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस ने शान की हत्या के मामले में सोमवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया था और श्रीनिवास की हत्या के मामले में ‘अहम सुराग’ मिलने का दावा किया था.
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