मलप्पुरम (केरल), एक जून (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्य संयोजक पी वी अनवर ने रविवार को घोषणा की कि वह 19 जून को नीलांबुर विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव लड़ेंगे।
यहां संवाददाता सम्मेलन में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए टीएमसी नेता ने कहा कि वह सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
दो बार विधायक रह चुके अनवर ने कहा कि उनका कभी भी उपचुनाव लड़ने का इरादा नहीं था, लेकिन आज सुबह उन्हें यह निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने घोषणा कर दी है कि उन्होंने ‘‘अपने दरवाजे बंद कर लिए हैं।’’
अपने संबोधन के दौरान अनवर ने विपक्षी नेता वी डी सतीशन पर निशाना साधा और उनकी तुलना एडोल्फ हिटलर से की।
उन्होंने आरोप लगाया कि हालांकि यूडीएफ ने एकजुट होकर उन्हें और टीएमसी को मोर्चे का हिस्सा बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन सतीशन कभी भी मोर्चे के फैसले की घोषणा करने के लिए तैयार नहीं थे।
अनवर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ही थे जिन्होंने सतीशन को उन्हें यूडीएफ में शामिल न करने की चेतावनी दी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘विजयन ने 2026 के विधानसभा चुनाव में सतीशन के निर्वाचन क्षेत्र परवूर में एक मजबूत उम्मीदवार को मैदान में उतारने और उन्हें हराने की चेतावनी दी है।’’ उन्होंने कहा कि इससे सतीशन को उन्हें यूडीएफ से दूर रखने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
अनवर ने सतीशन पर वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर कांग्रेस की राज्य इकाई को नष्ट करने और पार्टी के भीतर ‘‘हिटलरशाही’’ लागू करने का आरोप लगाया।
अनवर ने कहा, ‘‘क्योंकि सतीशन के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने हमारे लिए दरवाजे बंद कर दिए हैं, इसलिए टीएमसी के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। इसलिए, हम चुनाव लड़ने जा रहे हैं… मैं कल नामांकन दाखिल करूंगा।’’
उन्होंने कहा कि अन्य विवरणों पर बाद में चर्चा की जाएगी और उन्हें अंतिम रूप दिया जाएगा।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नीत यूडीएफ के उम्मीदवार आर्यदान शौकत उपचुनाव में सफल नहीं होंगे। उन्होंने सत्तारूढ़ वाम लोकतान्त्रिक मोर्चा (एलडीएफ) उम्मीदवार एम स्वराज की भी आलोचना की और कहा कि उनका धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण फर्जी है।
टीएमसी संयोजक ने दावा किया कि उनकी जान को मुख्यमंत्री विजयन, विपक्ष के नेता सतीशन और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राजनीतिक गठजोड़ से खतरा है।
नीलांबुर के लोगों से भावुक अपील करते हुए अनवर ने कहा कि वह एक बार फिर जनादेश मांग रहे हैं। उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में पिछले नौ वर्षों में लागू किए गए विकास और कल्याण कार्यक्रमों का भी जिक्र किया।
अनवर ने पिछले साल मुख्यमंत्री विजयन और सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ मतभेदों के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
उपचुनाव में मुख्य मुकाबला माकपा के एम स्वराज और कांग्रेस उम्मीदवार आर्यदान शौकत के बीच है।
उपचुनाव 19 जून को होना है और नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि दो जून है।
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश
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