तिरुवनंतपुरम, 31 मार्च (भाषा) केरल में ‘एल2: एम्पुरान’ फिल्म के निर्माताओं के खिलाफ दक्षिणपंथी समूहों के हमलों के बीच राज्य के मंत्री, फिल्मी हस्तियां और लेखक उनके समर्थन में आगे आए हैं। उन्होंने निर्देशक-अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन को निशाना बनाए जाने पर चिंता व्यक्त की है।
राज्य के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री साजी चेरियन ने लोगों से फिल्म को थिएटर में देखने का आग्रह किया। वहीं उद्योग मंत्री पी राजीव ने इसे देख कर प्रसन्नता व्यक्त की।
दोनों मंत्रियों ने कहा कि यह फिल्म एक ‘साहसिक अवधारणा’ प्रस्तुत करती है, जिसे लोग अपनी पसंद के अनुसार स्वीकार या अस्वीकार कर सकते हैं।
राजीव ने कहा, ‘फिल्म के निर्माताओं को राष्ट्रविरोधी बताने की प्रवृत्ति स्वीकार नहीं की जा सकती।’
उन्होंने यह भी कहा कि यह फिल्म राष्ट्र को सर्वोपरि बताने की विचारधारा प्रस्तुत करती है।
फिल्म उद्योग शुरू में इस विवाद पर चुप रहा, लेकिन अब अभिनेता आसिफ अली और निर्देशक जियो बेबी ने ‘एम्पुरान’ टीम का समर्थन किया है।
आसिफ अली ने कहा, ‘सिनेमा को सिनेमा की तरह ही देखा जाना चाहिए। यह मनोरंजन के लिए है।’
‘द ग्रेट इंडियन किचन’ के प्रसिद्ध पटकथा लेखक-फिल्म निर्माता जियो बेबी ने कहा कि यह दुखद है कि फिल्म निर्माताओं को ‘माफी’ मांगनी पड़ी।
मीडिया से बात करते हुए जियो बेबी ने कहा, ‘यह निराशाजनक है कि कलाकारों और फिल्म निर्माताओं को सत्ता में बैठे लोगों से माफी मांगने की नौबत आ गई।’’
अभिनेता हरीश पेराडी ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से ‘कला के नाम पर समाज में हुए इस अभूतपूर्व विभाजन’ पर तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाने की अपील की।
पुरस्कार विजेता लेखक एन एस माधवन और बेन्यामिन ने ‘एम्पुरान’ को ‘साहसिक प्रयास’ बताया।
हालांकि, वरिष्ठ भाजपा नेता बी. गोपालकृष्णन ने फिल्म के निर्माताओं पर हमला जारी रखा।
उन्होंने पृथ्वीराज की पत्रकार पत्नी सुप्रिया मेनन को ‘अर्बन नक्सल’ तक कह दिया।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पृथ्वीराज सुकुमारन ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन द्वारा फिल्म के समर्थन में बयान देने के कुछ घंटों बाद ही अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट में खेद जताया।
मोहनलाल ने भी फिल्म की पूरी टीम की ओर से ‘ईमानदारी से खेद व्यक्त’ करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट साझा की, जिसे पृथ्वीराज और निर्माता एंटनी पेरुंबवूर ने भी अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया।
‘एल2: एम्पुरान’ फिल्म ‘लुसिफर’ की दूसरी कड़ी है।
फिल्म में दक्षिणपंथी राजनीति की आलोचना और गुजरात दंगों का परोक्ष उल्लेख किए जाने के कारण यह बहस का विषय बन गई है।
फिल्म के प्रदर्शन के दिन, संघ परिवार ने सोशल मीडिया पर इसकी जमकर आलोचना की, जबकि कांग्रेस और वामपंथी संगठनों ने इसे ‘दक्षिणपंथी राजनीति को खलनायक के रूप में दिखाने’ के लिए सराहा।
भाषा राखी अविनाश
अविनाश
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