कोच्चि, 25 मई (भाषा) केरल तट से लगभग 38 समुद्री मील दूर लाइबेरियाई मालवाहक जहाज और अधिक झुक गया तथा इसके कई कंटेनर समुद्र में गिर गए, जिससे पर्यावरणीय क्षति का खतरा बढ़ गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए बचाव अभियान शुरू किया।
रविवार सुबह एक रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, ‘‘जहाज के चालक दल के तीन सदस्यों को ‘आईएनएस सुजाता’ की मदद से बचा लिया गया है।’’
उन्होंने बताया कि कुछ और कंटेनर पानी में गिर गए हैं तथा जहाज और अधिक पानी में डूब चुका है।
इस घटना से पर्यावरणीय क्षति का खतरा बढ़ रहा है। भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल द्वारा जहाज को खींचने के उपायों पर काम किया जा रहा है।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि जहाज की मालिकाना कंपनी का एक और जहाज सहायता के लिए इलाके में पहुंच चुका है।
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने यह भी बताया कि यह आकलन किया जा रहा है कि क्या जहाज को खींचकर सुरक्षित स्थान तक ले जाया जा सकता है जिसके लिए पेशेवर मूल्यांकन जारी है।
इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि जहाज पर मौजूद चालक दल के 24 सदस्यों में से 21 को बचा लिया गया है।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी कंटेनर या तेल के रिसाव को न छुएं जो समुद्र के किनारे आ सकता है।
केएसडीएमए ने लोगों से कहा है कि यदि वे किनारे पर कंटेनर या तेल देखें तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
एमएससी ईएलएसए-3 जहाज शुक्रवार को विझिगम बंदरगाह से कोच्चि के लिए रवाना हुआ था।
शनिवार (24 मई) को अपराह्न करीब एक बजकर 25 मिनट पर जहाज की मालिकाना कंपनी ने भारतीय अधिकारियों को सूचित किया था कि उसका जहाज 26 डिग्री तक झुक गया है और तत्काल सहायता की आवश्यकता है।
जहाज के 24 सदस्यीय चालक दल में एक रूसी (कप्तान), 20 फिलीपीनी, दो यूक्रेनी और एक जॉर्जियाई नागरिक शामिल हैं।
भाषा योगेश नेत्रपाल
नेत्रपाल
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