तिरूवनंतपुरम, छह फरवरी (भाषा) केरल में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर यह कहते हुए रविवार को शोक प्रकट किया कि वह अपने गीतों की मिठास के साथ हमारे बीच सदैव अमर रहेंगी।
मंगेशकर (92)का रविवार को मुम्बई में निधन हो गया। उनके महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि मंगेशकर के निधन से उन्हें बड़ा दुख हुआ है।
खान ने ट्वीट किया, ‘‘ वह असंख्य मधुर गानों, जो उनकी मधुर आवाज से अमर हो गये, से हमारे दिलों-दिमाग में सदैव बनी रहेंगी। उनकी आत्मा को शांति मिले…… लताजी की महानता उनकी मधुर आवाज से भी आगे है। करीब करीब सभी भारतीय भाषाओं में गाकर लताजी ने हमें दिखाया कि कैसे संगीत विविध भाषाओं एवं स्थान को आवाज में जोड़ता है। मेरी हार्दिक संवेदना। ’’
अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि कई पीढ़ियां उनके गानों के साथ बड़ी हुईं और मंगेशकर ने उनके दिलो-दिमाग में अमिट छाप छोड़ी।
विजयन ने कहा, ‘‘ दशकों तक गायिका ने न केवल हिंदी में बल्कि भारत की कई अन्य भाषाओं में गाया। केरलवासियों को भी उनके माध्यम से मलयालम की मधुरता का अनुभव करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।’’
विधानसभा के अध्यक्ष एम बी राजेश ने कहा कि भारत की स्वर कोकिला के हर पीढ़ी में प्रशंसक हैं। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘ लता मंगेशकर ने मलयालम में ‘ काडली चेंकाडाली’ समेत भारत की अधिकतर भाषाओं में गीत गाए। अतुलनीय गायिका का निधन भारतीय संगीत दुनिया के लिए बड़ी क्षति है। ’’
विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि मंगेशकर भाषाई विविधता के लिए विख्यात एक देश में लोगों की आवाज एवं राष्ट्र की स्वरकोकिला बन गयीं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्नितला ने कहा कि मंगेशकर लोगों के दिलो-दिमाग में बनी रहेंगी।
भाषा राजकुमार दिलीप नरेश
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