तिरुवनंतपुरम, 13 सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने डीवाईएफआई के दो नेताओं के बीच टेलीफोन पर हुई कथित बातचीत को लेकर शनिवार को केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के खिलाफ अपना हमला तेज करते हुए कहा कि यह सभी ‘दागी सौदों’ में मार्क्सवादी पार्टी के नेताओं की संलिप्तता का ‘‘स्पष्ट प्रमाण’’ है।
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कोच्चि में संवाददाताओं से कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी ‘‘चोरों का गिरोह’’ बन गई है और यह खुलासा मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन के नेतृत्व वाली सरकार के पतन की शुरुआत होगी।
केरल में शुक्रवार को उस समय राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया जब डीवाईएफआई के दो कार्यकर्ताओं के बीच टेलीफोन पर कथित तौर पर हुई बातचीत का एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जिसमें आरोप लगाया गया कि त्रिशूर जिले में एमके कन्नन और विधायक एसी मोइदीन समेत मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेताओं ने संपत्ति अर्जित की है।
सतीशन ने कहा कि वामपंथी नेताओं के खिलाफ खुलासे विपक्ष द्वारा नहीं, बल्कि माकपा की युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के जिला सचिव द्वारा किए गए हैं।
विपक्ष के नेता ने सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि डीवाईएफआई के जिला सचिव के अनुसार त्रिशूर में माकपा के जिला स्तर के नेता ‘‘चोरों का गिरोह’’ हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इसका मतलब यह है कि माकपा के राज्य स्तर के नेता लुटेरों का गिरोह हैं।’’
माकपा नेताओं पर त्रिशूर में पुलिस में तैनाती सहित विभिन्न नियुक्तियों के लिए ‘कमीशन’ लेने का आरोप लगाते हुए सतीशन ने कहा कि जिले के कई नेता अब ‘करोड़पति’ बन गए हैं।
सतीशन ने आरोप लगाया, ‘‘मौजूदा खुलासे सभी दागी सौदों में माकपा नेताओं की संलिप्तता का स्पष्ट प्रमाण बन गए हैं। ’’
इस ऑडियो क्लिप में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के त्रिशूर जिला सचिव सरथ प्रसाद को मन्नुथी के एक अन्य पार्टी नेता निबिन श्रीनिवासन के साथ बातचीत के दौरान पार्टी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है।
सरथ और माकपा दोनों ने बाद में दावा किया कि यह बातचीत पांच साल पहले हुई थी।
सरथ को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया कि एक बार जब नेता पार्टी में आगे बढ़ जाते हैं, तो उनकी वित्तीय स्थिति बदल जाती है और किसी भी जिला नेता को वित्तीय समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है।
उन्होंने दावा किया कि कन्नन, जो कभी त्रिशूर शहर में मूंगफली बेचते थे, अब करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं और विधायक मोइदीन उच्च स्तरीय सौदेबाजी में शामिल हैं।
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