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सोमवार, 5 मई, 2025
होमदेशपंडित हरि उप्पल नृत्य महोत्सव के दौरान कथक, ओडिशी नर्तकों ने जलवा बिखेरा

पंडित हरि उप्पल नृत्य महोत्सव के दौरान कथक, ओडिशी नर्तकों ने जलवा बिखेरा

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पटना, 22 सितंबर (भाषा) भारतीय नृत्य कला मंदिर नौ साल के अंतराल के बाद शुक्रवार की शाम पंडित हरि उप्पल शास्त्रीय नृत्य महोत्सव के दौरान जीवंत हो उठा। महोत्सव के दौरान कथक व ओडिशी नर्तकों ने जलवा बिखेरा।

यह कार्यक्रम मणिपुरी और कथकली नृत्य विधा के दिग्गज और भारतीय नृत्य कला मंदिर के संस्थापक पद्मश्री हरि उप्पल की जयंती पर आयोजित किया गया था।

भारतीय नृत्य कला मंदिर को आधिकारिक तौर पर 1963 में लोगों के लिए खोला गया था ।

कला और शिल्प के लिए एक संग्रहालय के रूप में स्थापित भारतीय नृत्य कला मंदिर में नृत्य और नाटक स्टूडियो व एक गैलरी के साथ एक भव्य कला संग्रहालय भी है

यह कार्यक्रम नव-पुनर्निर्मित सभागार के अंदर आयोजित किया गया था।

दो दिवसीय क्लासिक नृत्य महोत्सव का उद्घाटन बिहार के कला संस्कृति एवं युवा मामलों के मंत्री जितेंद्र राय ने किया और इसका समापन शनिवार को होगा ।

कार्यक्रम के उद्घाटन भाषण में मंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय नृत्य कला मंदिर का हमारे दिल में एक विशेष स्थान है । मैं इस बात को लेकर आशान्वित हूं कि यह संस्थान आने वाले वर्षों में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करेगा ।’’

उन्होंने बिहार की जीवंत और विश्व स्तर पर प्रसिद्ध कला और संस्कृति की भी प्रशंसा की।

उप्पल की बेटी तमरा उप्पल भी इस कार्यक्रम में शामिल हुईं और उन्होंने अपने पिता के जीवन के बारे में संस्मरण साझा किए।

भाषा रंजन रंजन पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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