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Friday, 22 November, 2024
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कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज पाक स्थित बैन संगठन के कार्यकर्ताओं के संपर्क में था: NIA

सोनावर के आवास के अलावा सोसायटी के मुख्य कार्यालय में भी छापेमारी की गई. अधिकारियों ने कहा कि छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए.

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श्रीनगर: नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) ने कहा है कि गिरफ्तार किए गए जम्मू कश्मीर के मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज के पाकिस्तान के प्रतिबंधित संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क में थे.

एनआईए के अधिकारी ने कहा कि परवेज प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के अंडरग्राउंड कार्यकर्ताओं के संपर्क में थे.

बता दें कि एनआईए ने आतंकियों के फाइनेंसिंग मामले में खुर्रम परवेज को गैर कानूनी गतविधि (रोकथाम) कानून के तहत गिरफ्तार किया है और उन्हें दिल्ली ले जाए जाने की संभावना है.

मंगलवार को अधिकारियों ने कहा कि ‘जम्मू कश्मीर कोलिशन ऑफ सिविल सोसाइटी’ के कोर्डिनेटर परवेज को शहर में उनके सोनावर आवास पर छापेमारी के दौरान हिरासत में लिया गया और रात करीब 11.30 बजे उन्हें नजरबंद कर दिया गया. उनसे पूछताछ की जा रही है.

सोनावर के आवास के अलावा सोसायटी के मुख्य कार्यालय में भी छापेमारी की गई. अधिकारियों ने कहा कि छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए.

अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल 28 अक्टूबर को एनआईए ने कुछ ‘तथाकथित गैर सरकारी संगठनों और ट्रस्टों’ द्वारा धर्मार्थ गतिविधियों के नाम पर भारत और विदेश में धन जुटाने और फिर उन पैसों का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देने के मामले में घाटी में परवेज के आवास सहित 10 स्थानों और बेंगलुरु में एक स्थान की तलाशी ली थी.

एजेंसी ने कहा था कि आठ अक्टूबर 2020 को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैर कानूनी गतविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. एनआईए के मुताबिक उसे पुख्ता जानकारी मिली थी कि कुछ एनजीओ और ट्रस्ट ने तथाकथित दान और व्यावसायिक योगदान के माध्यम से देश और विदेश से धन एकत्र कर उनका उपयोग केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी गतिविधियों के फाइनेंसिंग के लिए किया.


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