बेंगलुरु, छह फरवरी (भाषा) कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्रियों ने रविवार को लाखों अन्य लोगों के साथ प्रतिष्ठित पार्श्व गायिका और ‘भारत रत्न’ लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया।
अपने संदेश में गहलोत ने कहा कि वह ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर के निधन की खबर से दुखी हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दी। कर्नाटक के राज्यपाल ने कहा, ‘‘भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों और उनके कई प्रशंसकों को इस क्षति को सहन करने की शक्ति दे।’’
बोम्मई ने भी लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा, ‘‘भारत कोकिला ने आज गाना बंद कर दिया है।’’ कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह हम सभी के लिए सबसे दुखद क्षण है कि भारत कोकिला ने आज गाना बंद कर दिया है। पूरा देश शोक में है। हम सभी उनके गीत सुनकर बड़े हुए हैं।’’
बोम्मई ने कहा कि भारतीय संगीत का चमकता सितारा, जिसने अपनी सुरीली आवाज से संगीत की दुनिया को समृद्ध किया था, वह सिर्फ फिल्मी संगीत तक सीमित नहीं थीं, बल्कि उन्होंने कई भजन और देशभक्ति के गीतों को अमर कर दिया।
बोम्मई ने याद किया, ‘‘‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ हिमालय की तरह अटल रहेंगे। इस गीत को सुनकर आज भी हमारी आंखों में आंसू छलक आते हैं। देशभक्ति की भावनाओं की कोई सीमा नहीं है। उनकी आवाज और उनके गीत प्रेरणादायक थे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संगीत की महान हस्ती ने कुछ कन्नड़ गाने भी गाए हैं, जो लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा कि जब तक धरती पर संगीत है, लता मंगेशकर संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज करती रहेंगी और उनका नाम जिंदा रहेगा।
अपने ट्वीट में पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा ने कहा, ‘‘लता मंगेशकर के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। उनकी आवाज में इस देश की आत्मा बसती थी। मेरी गहरी संवेदना। उनका संगीत हमेशा हमारे साथ रहेगा। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’
कर्नाटक के केंद्रीय मंत्रियों और राज्य सरकार के मंत्रियों और पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा, एच. डी. कुमारस्वामी, सिद्धरमैया ने भी लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया।
भाषा सुरभि दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.