बेंगलुरु/हासन, 13 सितंबर (भाषा) कर्नाटक के हासन जिले के एक गांव में गणेश विसर्जन यात्रा में एक ट्रक के घुस जाने से हुई दुर्घटना में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 10 हो गई। यह जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी।
यह हादसा शुक्रवार रात अरकलागुडु तालुक के मोसाले होसाहल्ली गांव में गणेश मूर्ति के विसर्जन यात्रा के दौरान हुआ था।
पुलिस के अनुसार, एक मोटरसाइकिल सवार अचानक ट्रक के सामने आ गया। पुलिस के अनुसार दुर्घटना से बचने के लिए, चालक ने ट्रक को मोड़ने की कोशिश की और इस दौरान वाहन पर से अपना नियंत्रण खो दिया।
पुलिस के अनुसार ट्रक चालक ने ट्रक को भीड़ में घुसा दिया, जिससे चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य ने शुक्रवार रात अस्पताल में दम तोड़ दिया।
शनिवार को दो और घायलों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 10 हो गई।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मृतकों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए घोषणा की कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
विपक्षी दल भाजपा ने मांग की कि राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला मुआवजा बढाकर 10 लाख रुपये से 25 लाख रुपये के बीच किया जाए तथा कहा कि पांच लाख रुपये बहुत कम है।
जद (एस) के संरक्षक एच डी देवेगौड़ा ने हासन जिले के एक गांव में सड़क दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को एक लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की।
देवेगौड़ा ने घोषणा की कि गंभीर रूप से घायल लोगों को 25,000 रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को 20,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने राज्य सरकार से मृतक के परिजनों को दी जाने वाली मुआवजा राशि को बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने का आग्रह किया।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे।
विपक्ष की मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि उनकी सरकार हासन दुर्घटना के प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि दे रही है।
सिद्धरमैया ने मैसूर हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘सरकार द्वारा मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का मतलब यह नहीं है कि यह जीवन के मूल्य के बराबर है। यह मुआवजा शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए दिया जा रहा है।’
भाषा
शुभम देवेंद्र
देवेंद्र
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