बागलकोट, 13 अक्टूबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को सरकारी परिसरों में आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के तमिलनाडु के फैसले पर गौर करने का निर्देश दिया है।
राज्य सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने एक दिन पहले सिद्धरमैया को पत्र लिखकर पूरे कर्नाटक में सरकारी संस्थानों और सार्वजनिक परिसरों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया था।
खरगे ने दावा किया था कि ऐसी गतिविधियां भारत की एकता और संविधान के खिलाफ हैं।
सिद्धरमैया ने एक सवाल के जवाब में यहां संवाददाताओं से कहा, “प्रियांक खरगे ने एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि आरएसएस सरकारी परिसरों का इस्तेमाल कर रहा है और (उसे रोकने के लिए) वही किया जाए, जो तमिलनाडु सरकार ने किया है। मैंने मुख्य सचिव से तमिलनाडु के फैसले पर गौर करने के लिए कहा है।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक ने चार अक्टूबर को मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि आरएसएस सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के साथ-साथ सार्वजनिक स्थानों पर भी अपनी शाखाएं चला रहा है, जहां “नारे लगाए जाते हैं और बच्चों तथा युवाओं के मन में नकारात्मक विचार भरे जाते हैं।”
भाषा जोहेब पारुल
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