मैसुरु, 10 अगस्त (भाषा) कर्नाटक में विपक्षी भाजपा और जद (एस) ने कथित मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) जमीन आवंटन घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के इस्तीफे की मांग करते हुए सप्ताह भर चलने वाले अपने विरोध मार्च के तहत शनिवार को भी प्रदर्शन किया।
विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) का यह विरोध मार्च एक विशाल रैली के साथ समाप्त होगा।
‘मैसुरु चलो’ विरोध मार्च का शनिवार को आठवां और अंतिम दिन है। यह आज यहां रामास्वामी सर्किल से शुरू हुआ और महाराजा कॉलेज मैदान पर समाप्त होगा, जहां एक रैली का आयोजन किया जाएगा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक बी वाई विजयेंद्र, जद (एस) नेता निखिल कुमारस्वामी और दोनों दलों के कई नेताओं ने मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद इस विरोध मार्च में हिस्सा लिया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा, जद (एस) नेता एवं केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी, विजयेंद्र, विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक, दोनों दलों के कई विधायक, सांसद, नेता और कार्यकर्ता आज होने वाली विशाल रैली में शामिल होंगे।
सत्तारूढ़ कांग्रेस ने सिद्धरमैया के समर्थन में तथा विपक्ष के आरोपों और उनके पैदल मार्च का मुकाबला करने के लिए शहर में शुक्रवार को एक विशाल ‘‘जन-आंदोलन’’ सम्मेलन का आयोजन किया था।
विपक्षी दलों का आरोप है कि एमयूडीए ने उन लोगों को मुआवजे के तौर पर भूखंड वितरित करने में अनियमितता बरती, जिनकी जमीन का ‘‘अधिग्रहण’’ किया गया है। मुआवजे के तौर पर भूखंड प्राप्त करने वालों में सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती भी शामिल हैं।
ऐसा आरोप है कि पार्वती को मैसुरु के एक ‘पॉश’ इलाके में मुआवजे के तौर पर ऐसा भूखंड आवंटित किया गया, जिसका मूल्य उनकी उस जमीन की तुलना में अधिक था, जिसका एमयूडीए ने ‘‘अधिग्रहण’’ किया था।
भाषा रवि कांत नेत्रपाल
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