बेंगलुरु, 28 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने सोमवार को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया नीत राज्य सरकार पर “हाशिये पर पड़े समुदायों के कल्याण के लिए निर्धारित धनराशि का इस्तेमाल दूसरे कामों में करने” का आरोप लगाया।
बेंगलुरु में संवाददाताओं से मुखातिब विजयेंद्र ने दावा किया कि सिद्धरमैया सरकार ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में अपनी गारंटी योजनाओं के वित्तपोषण के लिए हाशिये पर पड़े लोगों के सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक उत्थान के लिए आवंटित अनुदानों का “दुरुपयोग” किया है।
गारंटी योजनाओं में ‘गृह ज्योति’ योजना के तहत सभी घरों को हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली और ‘गृह लक्ष्मी’ योजना के अतंर्गत प्रत्येक परिवार की महिला मुखिया को 2,000 रुपये की मासिक सहायता शामिल है।
इसके अलावा, ‘अन्न भाग्य’ योजना गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों के प्रत्येक सदस्य को अतिरिक्त पांच किलोग्राम चावल प्रदान करती है। वहीं, ‘युवा निधि’ योजना के तहत बेरोजगार स्नातक युवाओं को दो साल की अवधि के लिए 3,000 रुपये प्रति माह और डिप्लोमा धारकों को 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं, जबकि ‘शक्ति’ योजना महिलाओं को राज्य भर में सार्वजनिक परिवहन बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान करती है।
विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ऐतिहासिक रूप से हाशिये पर पड़े समुदायों का वोट बैंक के तौर पर “शोषण” किया है और अब भी उन्हें “धोखा” दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार “उन लोगों के साथ अन्याय कर रही है, जिन्हें वास्तव में मदद की जरूरत है।”
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया, “भाजपा विधायिका के भीतर और बाहर इस अन्याय के खिलाफ लगातार लड़ रही है।”
भाषा पारुल दिलीप
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