छत्रपति संभाजीनगर, दो मार्च (भाषा) महाराष्ट्र में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मुख्य आरोपी वाल्मिक कराड ने मामले के अन्य आरोपियों से कथित तौर पर कहा था कि पवन ऊर्जा कंपनी से धन उगाही की उसकी कोशिश में जो भी बाधा बने, उसे खत्म कर दिया जाए। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले और उन दो संबंधित मामलों में दायर आरोपपत्र से जुड़ी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह जानकारी दी, जिसमें महाराष्ट्र सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी कराड को आरोपी संख्या एक बताया गया है।
अधिकारी ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि पिछले साल दिसंबर में देशमुख का अपहरण और हत्या किए जाने से पहले उन्हें कई बार धमकाया गया था।
कराड को बीड जिले में मसाजोग गांव के सरपंच देशमुख की हत्या से संबंधित जबरन वसूली के मामले में 31 दिसंबर, 2024 को गिरफ्तार किया गया था।
राज्य अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने 180 से अधिक व्यक्तियों से पूछताछ के बाद देशमुख की हत्या और दो संबंधित मामलों में बीड जिले की एक अदालत में 27 फरवरी को 1,200 से अधिक पृष्ठों का आरोपपत्र दायर किया था।
देशमुख को पिछले साल नौ दिसंबर को बीड में एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर की जा रही जबरन वसूली की कोशिश को कथित तौर पर रोकने की कोशिश करने पर अगवा कर लिया गया था, उन्हें प्रताड़ित किया गया था और बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी।
बीड के केज पुलिस थाने में सरपंच की हत्या, अवादा कंपनी से पैसे ऐंठने की कोशिश और कंपनी के सुरक्षा गार्ड पर हमले के तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए।
पुलिस ने इन मामलों में आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत सख्त कार्रवाई की है।
अधिकारी ने आरोपपत्र के साथ संलग्न रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि सात दिसंबर 2024 को कराड ने कथित तौर पर एक अन्य आरोपी सुदर्शन घुले से कहा था कि जो लोग उनकी जबरन वसूली की कोशिश में आड़े आएं, उन्हें खत्म कर दिया जाना चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कराड ने अन्य लोगों के साथ मिलकर अवादा कंपनी से दो करोड़ रुपये मांगे, जो बीड में एक बिजली उत्पादन परियोजना में लगभग 300 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों कराड, विष्णु चाटे, सुदर्शन घुले, प्रतीक घुले, सुधीर सांगले, कृष्णा अंधाले, जयराम चाटे और महेश केदार ने आठ-नौ दिसंबर, 2024 के बीच अवादा कंपनी से दो करोड़ रुपये की उगाही करने का फैसला किया।
अधिकारी ने रिपोर्ट के हवाले से कहा कि वे पूरे इलाके में कथित तौर पर अपना ‘‘आतंक’’ फैलाना चाहते थे और उन्होंने अपने रास्ते में आने वाले हर व्यक्ति को खत्म करने या मारने का फैसला किया था।
भाषा सिम्मी रंजन
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