लखनऊ: हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी अपने पति का सपना पूरा करने के लिए हिंदू समाज पार्टी में शामिल हो गईं हैं. पार्टी ने उन्हें अपना नया अध्यक्ष बनाया है. पार्टी में पदभार संभालते ही किरण तिवारी ने कहा, वो कमलेश तिवारी के सपनो को पूरा करने के लिए पार्टी ज्वाइन की है. उन्होंने कहा मेरे पति ने भारतवर्ष को हिन्दू राष्ट्र बनाने की घोषणा की थी. मैं उनका यह सपना पूरा करूंगी और मैं हिंदू राष्ट्र बनाकर रहूंगी. मैं हिंदुओं की लड़ाई लड़ूंगी.
कमलेश तिवारी की हत्या 18 अक्टूबर को लखनऊ में कर दी गई थी. इसके बाद संगठन के लोगों मे किरण तिवारी को ये जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया. पद संभालने के बाद किरण तिवारी मीडिया के सामने आईं और उन्होंने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ-साथ यूपी की प्रशासन व व्यवस्था पर भी हमला बोला.
योगी सरकार पर साधा निशाना
कमलेश की पत्नी किरण तिवारी ने कहा, ‘मैंने सरकार से भीख नहीं मांगी थी जो 15 लाख की भीख दी गई जब भाजपा के किसी मंत्री विधायक पर आतंकी हमला होगा तो सरकार के दिए 15 लाख के मुआवजे में 15 लाख अपनी तरफ से मिलकर हम उनको दे देंगे.’
किरण ने ये भी कहा की वह इस मामले में अब तक हुई कार्रवाई से पूरी तरह ‘संतुष्ट नहीं’ हैं. इस मामले की एनआइए से जांच होनी चाहिए. किरण ने कहा कि हत्यारों की जेल में मेहमाननवाजी न हो उन्हें फांसी दी जाये. ‘अगर सरकार ऐसा न कर पाए तो हत्यारों को कमलेश के परिवार को सौंप दिया जाये. जिहादियों का एनकाउंटर होना चाहिए.’
योगी के घर न आने पर साधा निशाना
किरण ने कहा, ‘कमलेश की हत्या शासन, प्रशासन, पुलिस की कमी के कारण हुई है क्योंकि इस सरकार ने उनकी सुरक्षा कम कर दी थी. हिन्दूवादी नेता मरा तो सीएम नहीं आये, हमको बुलवाया.’
इस दौरान हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेश मणि त्रिपाठी ने कहा, ‘सुरक्षा न होने की वजह से कमलेश की हत्या हुई, इसलिए हत्या में भाजपा के शासन-प्रशासन का पूरा सहयोग है.’
‘सरकार इसीलिए एनआईए जांच नहीं कराना चाहती क्योंकि हत्या में जिस तरह शासन-प्रशासन से चूक हुई उससे तमाम अधिकारी और नेता बेनकाब हो जायेंगे.’
18 अक्टूबर को हुई थी हत्या
बता दें, हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या 18 अक्टूबर की हत्या निर्ममता से की गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि तिवारी को 15 बार चाकू मारा गया था और उसके बाद चेहरे पर गोली मारी गई थी. उनका गला रेतने की कोशिश की गई थी. हत्यारे तिवारी को किसी भी हाल में जीवित नहीं छोड़ना चाहते थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चाकू शरीर के ऊपरी हिस्से में मारा गया, जो जबड़े से छाती तक केंद्रित था.
कमलेश तिवारी की हत्या के बाद प्रदेश सरकार ने मृतक के परिजनों को आर्थिक मदद के तौर पर 15 लाख रुपये दिए हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री की ओर से जारी निर्देश में कहा गया कि उनकी पत्नी को 15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के अलावा सीतापुर में आवास की सुविधा दी गई. साथ ही गिरफ्तार हत्यारों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में तेजी से सुनवाई व साजिश में शामिल अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमे किए जाने को भी कहा गया है.