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Sunday, 23 February, 2025
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सिंचाई परियोजना से प्रभावित लोगों की समस्याओं को लेकर कमलनाथ और दिग्विजय मुख्यमंत्री चौहान से मिले

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भोपाल, 23 जनवरी (भाषा) मध्य प्रदेश की टेम और सुठालिया सिंचाई परियोजना से प्रभावित लोगों की समस्याओं को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय ने रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की।

इन परियोजनाओं से प्रभावित लोगों की समस्याओं को उजागर करने के लिए दिग्विजय द्वारा यहां मुख्यमंत्री आवास के पास धरना देने के दो दिन बाद यह मुलाकात हुई है। कमलनाथ भी कुछ देर इस धरने में शामिल हुए थे। धरने के दौरान दिग्विजय ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री पिछले एक महीने से इस मुद्दे पर चर्चा के लिए उन्हें समय नहीं दे रहे हैं।

मुलाकात के बाद कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, ‘‘टेम और सुठालिया परियोजना के डूब प्रभावितों को साथ में लेकर आज मैंने और दिग्विजय ने चौहान से मुलाकात की और उन्हें सर्वेक्षण व मुआवजे से संबंधित सारी गड़बड़ियां बताई।’’ उन्होंने कहा कि हमने प्रभावित किसानों से मुख्यमंत्री की सीधी चर्चा भी कराई। कमलनाथ ने बताया कि इन डूब प्रभावित किसानों के साथ अन्याय हो रहा है और अब चौहान पर है कि वह सही निर्णय कर उनके साथ न्याय करें। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का किसान त्रस्त है। उनको खाद-बीज नहीं मिल रहा है और अपनी उपज का सही मूल्य भी नहीं मिल रहा है। कई जगह बड़ी-बड़ी परियोजनाओं में उनकी जमीन जा रही है लेकिन उनको सही मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। वहीं, दिग्विजय ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि इन प्रभावित लोगों की समस्याओं पर चर्चा के लिए मैं मुख्यमंत्री चौहान को कई पत्र भी लिख चुका था, लेकिन मुख्यमंत्री ने अब तक उनमें से किसी का भी जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘कितनी बार मेरे कार्यालय से मुख्यमंत्री के कार्यालय में, किन से, कौन से नंबर से बात हुई, उसकी जानकारी मैंने उनको दी। यदि उनके अधिकारी व उनका कार्यालय उनको सूचित नहीं करता है तो उसमें मेरा कोई कसूर नहीं है।’’

दिग्विजय ने कहा कि इस विषय पर मुझे पहले 21 जनवरी को मुख्यमंत्री से मिलने का समय दिया गया था, लेकिन बाद में अचानक से उस दिन मिलने से मना कर दिया गया। इसके बाद 23 जनवरी सुबह 11:45 बजे का समय दिया गया, जिसके बाद हमने आज उनसे मुलाकात की। इससे पहले दिग्विजय ने कहा था कि टेम और सुठालिया परियोजनाओं के कारण हजारों एकड़ भूमि जलमग्न हो जाएगी, जबकि कई गांव आंशिक रूप से या पूरी तरह से डूब जाएंगे। उन्होंने कहा कि भोपाल, राजगढ़ और विदिशा जिलों में प्रभावित लोगों को बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है।

भाषा रावत संतोष

संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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