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Thursday, 25 April, 2024
होमदेशसहारनपुर में खिलाड़ियों को खाना टॉयलेट में परोसने की घटना को वरुण गांधी और विपक्ष ने बताया 'शर्मनाक'

सहारनपुर में खिलाड़ियों को खाना टॉयलेट में परोसने की घटना को वरुण गांधी और विपक्ष ने बताया ‘शर्मनाक’

अनिमेष से इस घटना के पीछे सफाई मांगी गई थी लेकिन वह इसका स्पष्टीकरण नहीं दे सके. इसलिए, उन्हें उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन और अपील) नियम, 1999 के अनुसार निलंबित कर दिया गया है.

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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में कब्बड़ी खिलाड़ियों का खाना टॉयलेट में रखने की घटना तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर अब विपक्षी पार्टियों ने सत्तारूढ़ बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार खिलाड़ियों की जरूरतों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है.

कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘यूपी की कबड्डी खेलने वाली बेटियों को टॉयलेट में खाना परोसा गया. झूठे प्रचार पर करोड़ों खर्च करने वाली बीजेपी सरकार के पास हमारे खिलाड़ियों के लिए अच्छी व्यवस्था करने के पैसे नहीं हैं. धिक्कार है.’

बीजेपी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने भी इस मामले पर यूपी सरकार की आलोचना करते हुए दो वीडियो सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर साझा किए हैं. जिसमें एक मामला सहारनपुर में कब्बड़ी खिलाड़ियों का टॉयलेट में खाना परोसने का है और दूसरा पश्चिम बंगाल के कोलकत्ता का है. जहां पश्चिम बंगाल के गवर्नर डुरंड कप के में विजेता को पुरस्कार देते हुए फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री को फोटो सेशन के दौरान हाथ से पीछे की हटाते हुए नजर आ रहे हैं.

इस दोनों घटनाओं को देखते वरुण गांधी ने लिखा, ‘भारतीय खिलाड़ियों की सफलता क्या सिस्टम की वजह से है या उसके बिना है? यह लगातार अपमानजनक व्यवहार हमारे देश के लिए बहुत शर्म की बात है. क्या भारतीय खेलों को पहुंचने के लिए राजनीति, राजनेताओं और उनके प्रशासनिक प्रतिनिधियों से मुक्त करना चाहिए ताकि अपने शीर्ष पर पहुंच सकें?’

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वहीं, शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए इस मामले को शर्मनाक बताया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘कितनी शर्म की बात है! हम अपने खिलाड़ियों को बुनियादी सुविधाएं नहीं दे सकते लेकिन उनसे राज्य/राष्ट्र के लिए पदक जीतने की उम्मीद कर सकते हैं. उम्मीद है यूपी सरकार तत्काल कार्रवाई करेगी और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त करेगी.’

उधर, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा, ‘मैंने आरोपी ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. मैंने यह भी निर्देश दिया है कि ठेकेदार को भविष्य के लिए ब्लैक लिस्ट में डाला जाए.’


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क्या है मामला

उत्तर प्रदेश सरकार के खेल निदेशालय ने सहारनपुर के क्षेत्रीय खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना को राज्य की प्रतियोगिता में भाग लेने वाली लड़कियों के लिए शौचालय के अंदर खाना रखने और परोसने का वीडियो इंटरनेट पर वायरल होने के बाद निंलबित कर दिया.

वायरल वीडियो में देखा गया कि खिलाड़ी शौचालय से अपना खाना ले रहीं हैं. इसमें खिलाड़ी एक शौचालय के अंदर चावल की प्लेट के साथ खड़ी हैं और अलग-अलग बर्तनों से अपने लिए खाना निकाल रही हैं.

खबरों के मुताबिक, तीन दिवसीय सब जूनियर गर्ल्स कबड्डी प्रतियोगिता के पहले दिन 16 सितंबर को खिलाड़ियों को दोपहर के भोजन में आधा पका चावल परोसा गया, जब खिलाड़ियों ने अधपके चावल के बारे में सवाल उठाए तो रसोइए ने चावल के बर्तन को उठाकर शौचालय में अंदर रख दिया.

बताया जा रहा है कि शौचालय के अंदर फर्श पर एक कागज के ऊपर कुछ ‘पूरियां’ पड़ी मिलीं. इसके अलावा कई खिलाड़ियों को लंच में सिर्फ सब्जियां और सलाद खाने को मजबूर होना पड़ा था.

खेल निदेशालय की ओर से जारी पत्र में अनिमेष के निलंबन की घोषणा की गई है.

पत्र में लिखा है, ‘खेल विभाग के मुख्य सचिव ने एक पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि सहारनपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले कबड्डी खिलाड़ियों के लिए बने भोजन को शौचालय में रखने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं, जिससे विभाग और सरकार की काफी बदनामी हो रही है. ऐसा लगता है कि क्षेत्रीय अधिकारियों और हितधारकों के खराब संचालन के कारण यह घटना हुई और मुख्य सचिव ने क्षेत्रीय खेल अधिकारी, सहारनपुर, अनिमेष सक्सेना के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.’

पत्र में कहा गया है कि अनिमेष से इस घटना के पीछे सफाई मांगी गई थी लेकिन वह इसका स्पष्टीकरण नहीं दे सके. इसलिए, उन्हें उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन और अपील) नियम, 1999 के अनुसार निलंबित कर दिया गया है.

घटना के बाद अपर जिलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्रा ने कहा, ‘मैंने सोशल मीडिया के जरिए देखा कि खिलाड़ियों को गंदा खाना परोसा जाता है. इस मामले में जिलाधिकारी ने मुझे तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा है. जो भी तथ्य सामने आएंगे. रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे वे मैं उन्हें डीएम को सौंप दूंगा.’

जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने आगे कहा, ‘सहारनपुर में एक राज्य स्तरीय टूर्नामेंट था, जिसकी कुछ नकारात्मक रिपोर्ट मिली.
चूंकि यह एक बड़ी प्रतियोगिता थी जिसमें बहुत सारे बच्चों ने भाग लिया. इसमें खराब व्यवस्था की रिपोर्ट सामने आई है, इस मामले को गंभीरता से देखा जाएगा और एक हफ्ते में गलती करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’


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