रांची, 16 मार्च (भाषा) भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने बुधवार को झारखंड सरकार की एक चिकित्सा संबंधी इकाई की खिंचाई करते हुए कहा कि उसे आवंटित किये गए 100.31 करोड़ रुपये में से 88 प्रतिशत रकम का इस्तेमाल नहीं किया गया।
सीएजी ने यह भी कहा कि झारखंड चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अवसंरचना विकास और खरीद निगम लिमिटेड ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 2016-19 के दौरान दिए गए दवाओं की खरीद के लिए दिये गये पैसे का केवल 79 प्रतिशत हिस्सा ही खर्च किया।
इस इकाई की स्थापना 2013 में राज्य के स्वास्थ्य विभाग के तहत की गई थी। उसपर दवाओं, सर्जिकल चीजें एवं चिकित्सा उपकरणों की खरीद का जिम्मा है।
सीएजी ने कहा कि इस इकाई ने दवा की खरीद के लिए दिये गये 100.31 करोड़ रुपये में से 87.85 करोड़ रूपये यानी 88 प्रतिशत धन खर्च नहीं किया और इसे विभाग को (जून 2020 में) वापस कर दिया गया।
भाषा यश राजकुमार
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