रांची, 25 मार्च (भाषा) झारखंड के साहिबगंज में एक दिन पहले हुई मालवाहक पोत दुर्घटना को लेकर शुक्रवार को विधानसभा में विपक्षी भाजपा के सदस्यों ने हंगामा किया और घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि दुर्घटना उस समय हुई जब बजरी को अवैध रूप से बिहार ले जाया जा रहा था।
अधिकारियों के अनुसार, बिहार के कटिहार जा रहे एक मालवाहक जहाज में सवार छह ट्रक साहिबगंज में गंगा में गिर जाने से कम से कम तीन लोगों के लापता होने की खबर है।
भाजपा के नेतृत्व में विपक्षी विधायकों के विरोध के चलते दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। पहली बार दोपहर 12 बजे और फिर दोपहर 2 बजे कार्यवाही स्थगित की गई। विधायकों ने बृहस्पतिवार को हुई इस घटना की जांच सीबीआई से कराने और मारे गए लोगों के परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
भाजपा ने साहिबगंज के उपायुक्त (डीसी) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) को निलंबित करने की भी मांग की। पार्टी ने आरोप लगाया कि उनके संरक्षण में ढुलाई की जा रही थी।
हालांकि संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने विधानसभा को बताया कि अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
आलम ने कहा, ”दोनों राज्यों – झारखंड और बिहार – के प्रशासन संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चला रहे हैं। लापता लोगों का पता लगाने के लिए दोनों राज्यों के गोताखोरों की सेवाएं ली गई हैं।”
अवैध परिवहन के आरोप की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।
इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा, ”जुलाई 2021 में मैंने झारखंड और बिहार के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर गंगा के रास्ते बजरी की अवैध ढुलाई की जानकारी दी थी। अधिकृत नौका घाटों के अलावा मार्ग पर कुछ अवैध घाट भी चल रहे हैं।”
भाषा
जोहेब उमा
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