रांची, 21 फरवरी (भाषा) झारखंड की गठबंधन सरकार में नये चेहरों को मंत्री बनाए जाने की मांग को लेकर पिछले चार दिन से दिल्ली में डेरा डाले कांग्रेस के 12 असंतुष्ट विधायकों में से आठ बुधवार को रांची लौट आए और दावा किया कि उन्हें पार्टी आलाकमान से इस बाबत ‘सकारात्मक’ संकेत मिले हैं।
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की अगुवाई वाली राज्य की झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन सरकार में कांग्रेस के चार वरिष्ठ विधायकों को मंत्री के रूप में शामिल किया गया है।
कांग्रेस विधायकों का एक समूह इस कदम से नाखुश था और समूह ने शनिवार को दिल्ली जाकर केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी।
रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद विधायकों ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान झारखंड घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और उचित समय आने पर उचित निर्णय लिया जाएगा।
जामताड़ा से विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल से मुलाकात की और कांग्रेस की प्रदेश इकाई व मंत्रियों के बारे में विस्तृत चर्चा की।
अंसारी ने कहा, ”वेणुगोपाल जी ने कहा कि उन्हें झारखंड की सभी गतिविधियों की जानकारी है और पार्टी उचित निर्णय लेगी। हमने उन्हें एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक 23 फरवरी से शुरू होने वाले झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में भाग लेंगे।
अंसारी ने कहा, ”हम भाजपा को कोई मौका नहीं देना चाहते।”
भाषा जितेंद्र नेत्रपाल
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