नई दिल्ली : केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जलवायु संबंधी मामलों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के विशेष दूत जॉन केरी से यहां मंगलवार को मुलाकात की और दोनों नेताओं ने जलवायु वित्त, संयुक्त अनुसंधान एवं सहयोग समेत विभिन्न मामलों पर चर्चा की.
जावड़ेकर ने बैठक में आठ सदस्यीय भारतीय दल का प्रतिनिधित्व किया.
जावड़ेकर ने ट्वीट किया, ‘जलवायु के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत जॉन केरी के साथ उपयोगी वार्ता हुई. हमने जलवायु वित्त, संयुक्त अनुसंधान एवं सहयोग समेत कई मामलों पर चर्चा की.’
पर्यावरण मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि केरी के साथ सात सदस्यीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता में हिस्सा लिया.
केरी पांच अप्रैल से आठ अप्रैल तक के लिए चार दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं और इस दौरान वह केंद्र सरकार, निजी क्षेत्र एवं विभिन्न एनजीओ के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे.
यह जलवायु परिवर्तन संबंधी मामलों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत के रूप में केरी की पहली यात्रा है. अमेरिका का बाइडन प्रशासन पेरिस समझौते में जनवरी में फिर से शामिल हो गया था.
इस यात्रा का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन से निपटने को लेकर वार्ता के मकसद से 22 अप्रैल और 23 अप्रैल को आयोजित होने वाले ‘नेताओं के शिखर सम्मेलन’ और इस साल बाद में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन-सीओपी26 से पहले जलवायु संबंधी महत्वाकांक्षाओं को बढ़ाने पर चर्चा करना है.
बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के 40 नेताओं को ‘नेताओं के शिखर सम्मेलन’ के लिए आमंत्रित किया है. इस शिखर सम्मेलन का मकसद जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने के आर्थिक लाभ एवं महत्व को रेखांकित करना है. बाइडन पृथ्वी दिवस पर 22 अप्रैल से विश्व के नेताओं के दो दिवसीय जलवायु शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे.
मोदी और बाइडन पिछले महीने हुई क्वाड बैठक के बाद दूसरी बार किसी डिजिटल शिखर सम्मेलन में साथ शामिल होंगे.