नई दिल्ली: जम्मू के सिदरा इलाके में बुधवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक आतंकवादियों को तवी पुल के पास उस समय रोका गया जब वे एक ट्रक से कश्मीर जा रहे थे. मुठभेड़ एवं गोलीबारी के बीच दो से तीन आतंकवादियों के मारे जाने की संभावना है. ट्रक रोके जाने के दौरान ड्राइवर भाग गया उसकी तलाश जारी है.
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ सुबह करीब साढ़े सात बजे शुरू हुई और ऐसी उम्मीद है कि इलाके में कई आतंकी छुपे हैं. इसलिए इलाके में अतिरिक्त बल भेजा गया है.
जम्मू जोन पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, ’26 जनवरी के मद्देनज़र बोर्डर सुरक्षा बलों को अलर्ट किया गया था. आज सुबह एक ट्रक में असामान्य गतिविधि देखी गई. इसका पीछा करके रोका गया, तभी ड्राइवर भाग खड़ा हुआ. ट्रक की तलाशी के दौरान फायरिंग हुई. ट्रक में 2-3 आतंकवादी होने की संभावना है.’
26 जनवरी के मद्देनज़र बोर्डर सुरक्षा बलों को अलर्ट किया गया था, आज सुबह एक ट्रक की गतिविधी देखी गई। इसका पीछा करके रोका गया, तभी ड्राइवर भाग खड़ा हुआ। ट्रक की तलाशी के दौरान फायरिंग हुई, ट्रक में अभी आग लगी हुई, ट्रक में 2-3 आतंकवादी होने की संभावना है: मुकेश सिंह, ADGP जम्मू जोन https://t.co/g7FQXBTQcN pic.twitter.com/RORNRY5fmK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 28, 2022
एडीजीपी मुकेश ने आगे कहा कि माना जा रहा है कि दो से तीन आतंकवादी फंसे हुए हैं. ड्राइवर फरार है जिसकी तलाश की जा रही है. संदेह है कि यह काफी बड़ा ग्रुप था.
उन्होंने कहा कि ‘मुठभेड़ खत्म हो गयी है. 2-3 आतंकी थे और वे भारी हथियारों से लैस थे लेकिन उनके इरादों को नाकाम कर दिया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों को तवी पुल के पास उस समय रोका गया जब वे एक ट्रक से कश्मीर जा रहे थे.
बता दें कि 23 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि आतंकवादी लोगों को धमकियां देकर घाटी के सौहार्दपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.
सिंह पत्रकारों को बताया था इन लोगों को शर्म आनी चाहिए कि वे कश्मीर के शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल को खराब करने के उद्देश्य से धमकियां देने के लिए इतना नीचे गिर गए हैं.
वह लश्कर-ए-तैयबा का एक हिस्सा माने जाने वाले उग्रवादी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) के बारे में सवालों का जवाब दे रहे थे.
बारामूला जिले के लिए हाल में नामित भाजपा पदाधिकारियों को टीआरएफ ने बृहस्पतिवार रात को धमकी दी थी.
डीजीपी ने कहा कि आतंकवादी और उनके आका घाटी में बढ़ रही शांति और विकास को पचा नहीं पा रहे हैं.
मादक पदार्थ तस्करी में कथित रूप से शामिल पांच पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी से जुड़े सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि इस खतरे से सख्ती से निपटने की जरूरत है.
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