scorecardresearch
Thursday, 28 March, 2024
होमदेशजम्मू-कश्मीर में क्रैश हुए हेलिकॉप्टर में यूपी के दो बेटे भी, सदमे में है परिवार

जम्मू-कश्मीर में क्रैश हुए हेलिकॉप्टर में यूपी के दो बेटे भी, सदमे में है परिवार

दुर्घटनाग्रस्त हुए मिराज-17 में मथुरा के पंकज कुमार एयरमैन पद पर तैनात थे उनकी जान जाने की खबर सुनते ही पूरा मथुरा शोक में डूब गया.

Text Size:

लखनऊ: कश्मीर के बड़गाम क्षेत्र में क्रैश हुए एमआई-17 मिराज में यूपी के मथुरा के पंकज कुमार और कानपुर के दीपक पांडे की भी जान चली गई है. पंकज एयरमैन तो वहीं दीपक कारपोरल के पद पर तैनात थे. दोनों का परिवार सदमे में हैं.

कानपुर के दीपक की शहादत की खबर जैसे ही पहुंची, घर में कोहराम मच गया.दीपक पांडे कानपुर के चकेरी क्षेत्र के मंगला विहार निवासी थे.उनके पिता राम प्रकाश पांडेय निजी नौकरी से सेवानिवृत्त हो चुके हैं.परिवार के इस इकलौते चिराग की खबर से घर वाले सदमें में हैं . उनके पिता ने बताया बुधवार दोपहर करीब एक बजे श्रीनगर एयरबेस से एक फोन आया, जिसमें उन्हें बताया गया कि एमआइ-17 चॉपर क्रैश हो गया है, जिसमें उनके बेटे दीपक भी सवार थे. इस हादसे में उनकी मौत हो गई है.


यह भी पढ़ें: भारत की पाक को चेतावनी, हिरासत में लिए गये जवान को बिना नुकसान पहुंचाये जल्द लौटाए


इकलौते बेटे के निधन की खबर सुनकर घर में कोहराम मच गया. परिजनों ने बताया कि दीपक पांच साल पहले ही भारतीय वायु सेना का हिस्सा बने थे. इस समय उनकी तैनाती श्रीनगर एयरबेस में थी.

तीन फरवरी को ही वापस गए थे पंकज

दुर्घटनाग्रस्त हुए मिराज-17 में मथुरा के पंकज कुमार एयरमैन पद पर तैनात थे उनके शहीद होने की खबर लगते ही पूरा मथुरा शोक में डूब गया. बालाजीपुरम स्थित उनके आवास पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. परिवार वालों ने बताया वह तीन फरवरी को छुट्टी खत्म कर ड्यूटी पर गए थे.

पंकज की मौत की खबर सुनकर पत्नी का बुरा हाल हो गया. मेरा पति कहां है, उन्हें क्या हुआ, वह तो बड़े ही बहादुर थे… कहते-कहते पत्नी मेघा बेसुध हो गईं.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

उस समय वह अपने मायके बुलंदशहर में थीं. करीब शाम सात बजे लौटकर बालाजी पुरम सारंग विहार कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंचीं.वहां कोहराम मचा हुआ था. बुधवार को एयरमैन के शहीद होने की खबर करीब ढाई-पौने तीन बजे परिजनों को एयरफोर्स के कमांडर ने दी.

पंकज के छोटे भाई अजय का कहना है कि रोज-रोज छोटी-छोटी घटना नहीं होनी चाहिए.एक बार आर-पार की लड़ाई हो जानी चाहिए. सरकार अगर कुछ देना चाहती है तो आतंकवादियों को ऐसा सबक सिखाना चाहिए, जिसे वह याद रखे.

share & View comments