श्रीनगर, आठ मार्च (भाषा) जम्मू कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर के मध्य में व्यस्त अमीरा कदल पुल पर रविवार को हुए ग्रेनेड हमले के सिलसिले में मंगलवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया। हमले में दो आम नागरिकों की मौत हो गई और 36 अन्य घायल हुए थे। पुलिस ने यह जानकारी दी।
मोहम्मद बारिक नामक पहले आरोपी को खानयार से गिरफ्तार किया गया था और उससे आरंभिक पूछताछ के बाद दूसरे आरोपी फाजिल नबी सोफी को गिरफ्तार किया गया। ग्रेनेड हमले में इस्तेमाल किए गए दोपहिया वाहन को भी विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जब्त कर लिया है। आतंकी हमले के तुरंत बाद इस एसआईटी का गठन किया गया था।
अपनी जांच के दौरान टीम ने जांच के लिए अत्याधुनिक साधनों का इस्तेमाल किया और घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण, पूरे श्रीनगर शहर में सीसीटीवी के फुटेज, सेल टावर डंप विश्लेषण, आईपी डंप विश्लेषण किया और कुछ चश्मदीदों से पूछताछ के आधार पर अपराध स्थल पर घटना का पुनर्चित्रण किया।
इनके आधार पर एसआईटी उन दो आरोपियों की पहचान करने में सफल रही जो बिना नंबर प्लेट के दोपहिया वाहन पर अपराध के लिए आए थे और आतंकी वारदात को अंजाम देकर उसी वाहन से भाग गए थे। श्रीनगर शहर में सीसीटीवी फुटेज के गहन विश्लेषण के दौरान यह पता चला कि दोनों आरोपियों ने वापस जाने के लिए जो मार्ग चुना था वह शहर के खानयार इलाके में की ओर जाता था।
उन्होंने कहा कि बाद में पता चला कि दोनों आरोपियों ने कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकवादियों के निर्देश पर आतंकवादी कृत्य किया था। पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर) विजय कुमार ने मामले को जल्दी और पेशेवर तरीके से सुलझाने के लिए श्रीनगर पुलिस को बधाई दी। उन्होंने कहा कि नागरिकों के खिलाफ जघन्य अपराध के पीछे के पूरे आतंकी मॉड्यूल को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
सुरक्षा वाहनों को निशाना बनाकर हमला करने की साजिश रची गई थी, लेकिन जैसे ही चलते दोपहिया वाहन से ग्रेनेड फेंका गया, उनका निशाना चूक गया और ग्रेनेड बगल के भीड़-भाड़ वाले इलाके में फट गया, जहां कई दुकानदार और खरीदार मौजूद थे।
अधिकारियों ने कहा कि यह भी पाया गया कि इस विशेष क्षेत्र को असंगठित विक्रेताओं और सड़क किनारे दुकानों के कारण क्षेत्र में अत्यंत भीड़-भाड़ तथा गाड़ियों की अत्यधिक संख्या के कारण चुना गया था। क्षेत्र में हाल में दो और ग्रेनेड हमले हुए हैं। पहला हमला 10 अगस्त, 2021 को और दूसरा 25 जनवरी, 2022 को हुआ था।
ग्रेनेड हमले की इस वारदात ने पूरे श्रीनगर शहर में आम जनता में दहशत और खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। श्रीनगर के उपायुक्त द्वारा जारी परामर्श के अनुसार, जम्मू कश्मीर पुलिस ने सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और दुकानों से अपने प्रतिष्ठानों के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने का भी अनुरोध किया। यह सभी असामाजिक तत्वों के लिए एक मजबूत निवारक के रूप में कार्य करेगा।
घटना छह मार्च को हुई, जब शहर के मध्य में शाम करीब चार बजकर 20 मिनट पर अमीरा कदल पुल के पास ग्रेनेड विस्फोट हुआ, जिसमें 38 लोग घायल हो गए। बाद में आम नागरिकों में से दो घायलों ने दम तोड़ दिया जिनकी पहचान 79 वर्षीय मोहम्मद असलम मखदूमी और 19 वर्षीय राफिया नजीर के रूप में हुई। नजरी ने 12वीं कक्षा की परीक्षा में 94 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि शांति के दुश्मन इस तरह की कायराना हरकतों में शामिल थे। सिंह ने कठुआ जिले में एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने पूर्व में भी नागरिकों की हत्या तथा जनता को नुकसान पहुंचाने के इरादे से हथगोले फेंकने के लिए शत्रु ताकतों द्वारा बनाए गए सभी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करके उनके खिलाफ कार्रवाई में सफलता हासिल की है।’’ उन्होंने कहा कि किसी भी नए आतंकवादी मॉड्यूल का पता चलने पर उनसे निपटा जाएगा और उसे खत्म कर दिया जाएगा।
भाषा सुरभि रंजन
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