(राधिका शर्मा)
पणजी, 23 नवंबर (भाषा) अभिनेता दिव्येंदु का कहना है कि ‘मडगांव एक्सप्रेस’ और आगामी फिल्म ‘अग्नि’ में उनके सह-कलाकार प्रतीक गांधी के साथ उनकी रचनात्मक साझेदारी आपसी सम्मान और साथ काम करने की सहजता पर आधारित है।
दोनों ने पहली बार अभिनेता कुणाल खेमू द्वारा निर्देशित ‘मडगांव एक्सप्रेस’ में एक साथ काम किया था, जोकि इस वर्ष मार्च में रिलीज हुई थी।
दिव्येंदु और प्रतीक ओटीटी मंच प्राइम वीडियो पर रिलीज होने वाली ‘अग्नि’ में एक बार फिर साथ नजर आएंगे।
दिव्येंदु ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘वह (प्रतीक) मेरा बहुत अच्छा दोस्त है। हम दोनों एक दूसरे को अभिनेता के तौर पर बहुत पसंद करते हैं और पर्दे पर हम एक खास तरह की सहजता महसूस करते हैं। हम दोनों में एक दूसरे के लिए एक खास तरह का पारस्परिक सम्मान तथा प्रशंसा का भाव है और उनके साथ काम करना हमेशा खुशी की बात होती है।’’
‘अग्नि’ का निर्देशन राहुल ढोलकिया ने किया है। यह फिल्म अग्निशामकों की जिंदगी के बारे में एक अभूतपूर्व कहानी पर आधारित है तथा उनकी निडर भावना, सम्मान और बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। फिल्म का निर्माण फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी की एक्सेल एंटरटेनमेंट ने प्राइम वीडियो के सहयोग से किया है।
‘मिर्जापुर’ और ‘द रेलवे मेन’ जैसी लोकप्रिय वेब सीरीज में काम कर चुके दिव्येंदु ने कहा कि ‘अग्नि’ विशेष फिल्म है क्योंकि यह पहली फिल्म है जो अग्निशमन कर्मियों के जीवन के बारे में बात करती है।
दिव्येंदु ने कहा, ‘‘जब हम अपने नायकों के बारे में सोचते हैं, तो हम सेना, नौसेना, क्रिकेटरों या कहें कि अभिनेताओं के बारे में सोचते हैं, हम उनका बहुत महिमामंडन करते हैं। लेकिन, मुझे लगता है कि अग्निशमन विभाग के लोग जो काम करते हैं, वह बहुत ही अकृतज्ञ काम है। कोई भी उनके बारे में बात नहीं करता।’’
अभिनेता ने अग्निशमन कर्मियों के योगदान के महत्व को लेकर कहा, ‘‘ऐसी स्थिति की कल्पना करें जहां एक इमारत में आग लगी हो, आपकी प्रतिक्रिया वहां से भागने की हो और वहां कुछ लोग हों जो सोच रहे हों कि हमें अब अंदर जाना होगा। यह अद्भुत है। इसलिए, हमने इसे चित्रित करने का प्रयास किया है। इसके साथ ही यह फिर से एक थ्रिलर है, इसलिए फिल्म में एक रहस्य है जैसे कि यह कौन कर रहा है, क्या कर रहा है। आपके लिए ‘अग्नि’ फिल्म इसी बारे में है।’’
उन्होंने कहा कि अलग-अलग किरदार निभाने से व्यक्ति की मानसिकता पर प्रभाव पड़ता है।
दिव्येंदु ने कहा, ‘‘ऐसा होना तय है। आप एक इंसान हैं, आप हर दिन एक निश्चित तरीके से व्यवहार करते हैं और एक कट के बाद यह खत्म नहीं हो सकता। आपके अंदर हमेशा इसका कुछ अवशेष बचा रहेगा। लेकिन, मैं इससे खुश हूं। मैं शिकायत नहीं कर रहा हूं, जैसा कि मैंने कहा, मैं हमेशा से ऐसा करना चाहता था। ’’
दिव्येंदु ने अपनी फिल्म ‘साली मोहब्बत’ के प्रीमियर के अवसर पर भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) से इतर एक साक्षात्कार में यह बात कही।
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