बेंगलुरु, 26 अप्रैल (भाषा) भारत ने इसरो के माध्यम से अप्रैल 2025 से छह महीने के लिए ‘इंटरनेशनल चार्टर स्पेस एंड मेजर डिजास्टर’ में अग्रणी भूमिका निभाकर एक बार फिर अंतरिक्ष आधारित आपदा प्रबंधन में अपनी पहल का प्रदर्शन किया। अंतरिक्ष एजेंसी ने शनिवार को यह बात कही।
इसने कहा कि इस प्रमुख भूमिका की अवधि राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी)/इसरो द्वारा 14-17 अप्रैल के दौरान हैदराबाद में चार्टर की 53वीं बैठक के आयोजन के साथ शुरू हुई।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, इसमें अंतरिक्ष आधारित आपदा प्रबंधन गतिविधियों में संलग्न प्रमुख वैश्विक अंतरिक्ष एजेंसियों की भागीदारी देखी गई, जिसमें 22 विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने ‘इंटरनेशनल चार्टर’ के बोर्ड सदस्यों को संबोधित किया और आपदा प्रबंधन सहायता के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग में चार्टर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
भाषा शफीक माधव नेत्रपाल
नेत्रपाल
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