नयी दिल्ली, 12 मई (भाषा) कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि निवेशकों को भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) से उम्मीद है कि वह अडाणी समूह में ‘बेनामी धन’ का निवेश करने वाली ‘मुखौटा कंपनियों’ के संदर्भ में जांच करते हुए उनके हितों की रक्षा करेगा और पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करेगा।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि वह अडाणी समूह द्वारा शेयरों की कीमतों में हेराफेरी के आरोपों तथा नियामकों को दी जाने वाली जानकारी के खुलासे में चूक की जांच पूरी करने के लिए सेबी को और तीन महीने का समय देने पर विचार कर सकता है।
रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘ उच्चतम न्यायालय ने सेबी को अडाणी समूह पर अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए सेबी को 15 अगस्त तक का समय दिया है। लाखों निवेशकों को उम्मीद है कि सेबी अडाणी समूह में कम से कम 20 हजार करोड़ रुपये के बेनामी धन का निवेश करने वाली शेल (मुखौटा) कंपनियों के नेटवर्क की जांच करते समय पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के साथ ही उनके हितों की रक्षा करेगा।’’
उन्होंने कहा कि अडाणी समूह के मामले में राजनीतिक गठजोड़ की सच्चाई संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से ही सामने आ सकती है।
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