(दि14 शीर्षक और आमुख में सुधार के साथ रिपीट)
नयी दिल्ली, 21 मार्च (भाषा) एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने सोमवार को मांग की कि आगरा में एक पत्रकार को गिरफ्तार किए जाने के मामले की स्वतंत्र जांच की जाए और यह जांच अदालत की निगरानी में होनी चाहिए।
गौरव बंसल (39) को हाल ही में उत्तर प्रदेश में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कथित तौर पर धांधली की रिपोर्टिंग करने के बाद, 15 मार्च को गिरफ्तार किया गया था।
संस्था ने एक बयान में कहा, “हाल में हुए विधानसभा चुनाव में कथित धांधली की रिपोर्टिंग करने के लिए जिस प्रकार आगरा के पत्रकार गौरव बंसल को गिरफ्तार किया गया और कथित तौर पर प्रताड़ित किया गया उससे एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया स्तब्ध है।”
बंसल के वकील का कहना है कि “उन्हें पुलिस ने थर्ड डिग्री टॉर्चर किया और अपमानित किया।” संस्था ने इसका संज्ञान लेते हुए कहा कि पत्रकार को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए और अदालत की निगरानी में इस मामले की स्वतंत्र जांच की जानी चाहिए। पुलिस ने बंसल पर सरकारी अधिकारी को कर्तव्य निर्वहन से रोकने का आरोप लगाया है।
एडिटर्स गिल्ड ने कहा कि उसे इस बात की चिंता है कि पत्रकारों को संवेदनशील मुद्दों पर रिपोर्टिंग करने से रोकने के लिए दंडात्मक कानूनों का सहारा लिया जा रहा है।
इसने कहा ‘‘गिल्ड यह मांग करती है कि राज्य प्रशासन बंसल के साथ ईमानदारी से व्यवहार करे और उन्हें तत्काल रिहा किया जाए। उन्हें प्रताड़ित किए जाने के आरोपों की अदालत की निगरानी में स्वतंत्र जांच की जाए।’’
साथ ही गिल्ड ने राज्य सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह भी किया है कि मीडिया के अधिकारों की रक्षा हो तथा पत्रकारों को उनका काम ईमानदारी से करने दिया जाए।
भाषा यश मनीषा
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