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Wednesday, 10 September, 2025
होमदेशसमृद्धि एक्सप्रेसवे पर हल्की दरारों को भरने के लिए कील नहीं, एल्युमिनियम ‘नोजल’ का किया गया इस्तेमाल

समृद्धि एक्सप्रेसवे पर हल्की दरारों को भरने के लिए कील नहीं, एल्युमिनियम ‘नोजल’ का किया गया इस्तेमाल

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मुंबई, 10 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) ने बुधवार को कहा कि समृद्धि एक्सप्रेसवे के एक हिस्से पर छोटी-मोटी दरारें भरने के लिए एल्युमिनियम ‘नोजल’ का अस्थायी तौर पर इस्तेमाल किया गया जिन्हें वाहन चालकों ने गलती से कील समझ लिया था।

एजेंसी की ओर से यह स्पष्टीकरण छत्रपति संभाजीनगर जिले के दौलताबाद के पास देर रात कम से कम तीन कारों के टायर किसी चीज से पंक्चर होने के बाद आया है। स्थानीय पुलिस ने पहले इन वस्तुओं की पहचान कील के रूप में की थी।

एमएसआरडीसी ने कहा कि सड़कों की मरम्मत के लिए जिम्मेदार ठेकेदार ने सुरक्षा संबंधी पर्याप्त सावधानियां नहीं बरतीं।

देर रात कुछ कार चालकों द्वारा बनाए गए वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए जिसमें इस प्रमुख मार्ग के एक हिस्से में कोई नुकीली वस्तु बड़े करीने से सड़क में लगी नजर आ रही है।

दोपहर में जारी बयान में, एमएसआरडीसी ने कहा कि मुंबई जाने वाले इस ‘कैरिएजवे’ की पहली और दूसरी लेन के 15 मीटर के हिस्से में छोटी-मोटी दरारों को भरने के लिए उपाय किए गए थे।

रखरखाव कार्य के तहत ‘एपॉक्सी ग्राउटिंग’ के लिए सड़क पर एल्युमिनियम ‘नोजल’ लगाए गए थे।

बयान में कहा गया है, ‘‘जब काम चल रहा था तो वाहनों को दूसरी दिशा में मोड़ा गया था। मंगलवार रात करीब 11.30 बजे काम पूरा होने के बाद कुछ वाहन उस तरफ आ गए। नतीजतन, उनके टायर पंक्चर हो गए।’’

बयान में कहा गया है कि राजमार्ग पुलिस जल्द ही मौके पर पहुंच गई, लेकिन किसी दुर्घटना या किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं मिली।

एमएसआरडीसी ने कहा कि एल्युमिनियम ‘नोजल’ को सुबह करीब पांच बजे घटनास्थल से हटा दिया गया और सड़क पर यातायात, जिसे आधिकारिक तौर पर हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे समृद्धि महामार्ग के नाम से जाना जाता है, अब सामान्य है।

एमएसआरडीसी ने कहा कि यातायात की दिशा मोड़ने से संबंधित व्यापक सुरक्षा उपाय नहीं करने के लिए ठेकेदार पर जुर्माना लगाया जा रहा है।

बाद में स्थानीय पुलिस ने कहा कि उस जगह पर वाहनों के आने-जाने पर रोक थी, लेकिन एक कार उसमें घुस आई।

एक वीडियो में, एक व्यक्ति को यह कहते सुना जा सकता है कि समृद्धि एक्सप्रेसवे पर कीलों से चार वाहन पंक्चर हो गए। व्यक्ति का कहना था, ‘‘गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं, और कीलों वाले हिस्से पर बैरिकेडिंग तक नहीं की गई है।’’

एक अन्य वीडियो में, एक यात्री कहता है कि उसकी कार के टायर पंक्चर हो गए थे, और एक्सप्रेसवे हेल्पलाइन पर कई बार कॉल करने के बावजूद उसे तीन घंटे से ज्यादा समय तक कोई मदद नहीं मिली। वह दावा करता है, ‘‘मैं अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहा था जिसमें तीन बच्चे भी शामिल थे।’’

भाषा वैभव अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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