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Saturday, 20 April, 2024
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किसान रेल की शुरुआत- महाराष्ट्र से अंगूर, प्याज लेकर जाएगी बिहार और पान, मखाना, सब्जियां लेकर लौटेगी

किसान स्पेशल ट्रेन देवलाली (नासिक रोड) से बिहार स्थित दानापुर रेलवे स्टेशन तक चलेगी. किसान रेल इन दो स्टेशनों के बीच का सफर करीब 32 घंटे में तय करेगी.

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नई दिल्ली: कोरोना काल में कई स्पेशल ट्रेनें शुरू करने के बाद भारतीय रेलवे ने किसान स्पेशल ट्रेन शुरू की है. इसकी शुरुआत शुक्रवार को रेलमंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेद्र सिंह तोमर ने की.

कृषि मंत्रालय ने दिप्रिंट को बताया, किसानों की आमदनी को दोगुना करने के उद्देश्य से रेलवे और कृषि मंत्रालय ने प्रयास किए हैं. इस स्पेशल ट्रेन की मदद से किसानों के उत्पाद देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचाए जा सकेंगे.

ट्रेन का शुभारंभ करते हुए रेलमंत्री ने कहा, ‘भारत का किसानों का सामान देश के कोने-कोने तक पहुंचें, इस​ दिशा में यह कदम है. भविष्य में इस तरह के प्रयोग को बहुत तेजी से बढ़ाएंगे. कश्मीर का सेब से कन्याकुमारी तक पहुंचे इस दिशा में भी काम कर रहे हैं.’

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, ‘कृषि उत्पाद और किसानों का कोई नुकसान नहीं हो इसे देखते हुए किसान रेल की शुरुआत की गई है. पीएम की घोषणा के अनुरूप इस रेल का शुभारंभ करने जा रहे हैं. ये किसान रेल निश्चित रूप कृषि उत्पाद एक ​स्थान से दूसरे स्थान ले जाने में सस्ते किराए में सफल होगी. इससे किसानों को उनके उत्पादन का उचित मूल्य मिल सकेगा.’

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भारतीय रेलवे की पहली किसान स्पेशल ट्रेन देवलाली (नासिक रोड) से बिहार स्थित दानापुर रेलवे स्टेशन तक चलेगी. यह इन दो स्टेशनों के बीच का सफर करीब 32 घंटे में तय करेगी. ये ट्रेन नासिक रोड, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, मानिकपुर, प्रयागराज, पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर और बक्सर के स्टेशन पर रुकेगी. इसका सीधा फायदा रूट के सभी स्टापेज ​वाले किसानों को मिलेगा. किसान रेल का अधिकतम किराया 4001 रुपए प्रतिटन रखा गया है.

भारतीय रेलवे और कृषि मंत्रालय के संयुक्त प्रयास से किसान स्पेशल ट्रेन शुरू हुई है. ये स्पेशल ट्रेन पार्सल ट्रेन की तरह होगी. इसकी मदद से किसानों द्वारा पैदा किए गए ताजा फल, फूल, सब्जी और मछली एक राज्य से दूसरे राज्यों तक पहुंचाया जाएगा. यह ट्रेनें महाराष्ट्र से अंगूर, प्याज जैसी चीजें लेकर जाएगी. वहीं बिहार से पान, मखाना और ताजा सब्जियां लेकर लौटेगी. इस किसान स्पेशल ट्रेन में डिब्बे फ्रिज की तरह होंगे. इनमें सब्जियां, फल खराब नहीं होंगे.

भारतीय रेलवे ने स्पष्ट करते हुए कहा, राज्यों की मांग पर ट्रेनों के फेरे और स्टापेज बढ़ाए जा सकते हैं. वहीं सेंट्रल ने सभी किसानों, मार्केट कमेटी और लोडर्स से कहा कि वे इस ट्रेन सेवा का लाभ उठाने के लिए आगे आएं.

इस ट्रेन में व्यापारी और किसान इच्छा के अनुसार माल का लदान कर सकेंगे. वहीं इसका भाड़ा भी रियायती होगा. मंडी कानून की झंझट से मुक्त होने के बाद इस स्पेशल किसान ट्रेन के जरिए किसानों, किसान संगठनों और आढ़तियों को अपनी उपज को ​बिना किसी देरी से एक राज्य से दूसरे राज्य पहुंचाने में मदद मिलेगी.

गौरतलब है कि किसान रेल चलाने की घोषणा वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2020—21 के दौरान की थी.

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