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Sunday, 12 May, 2024
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‘भारत में कनाडाई राजनयिकों की संख्या ज्यादा है, होनी चाहिए समान’, MEA प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा

बागची ने कहा कि हमें कनाडा से कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है, लेकिन हमारी ओर से कनाडा में रह कर कुछ लोगों के द्वारा आपराधिक गतिविधियों के बारे में विशिष्ट सबूत कनाडा के साथ साझा किए गए हैं, पर उन पर कार्रवाई नहीं की गई है.

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नई दिल्ली : भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बृहस्पतिवार को भारत और कनाडा की बीच राजयनिक संबंध में समानता की बात कही है. अरिंदम बागची ने कहा, “हां, हमने कनाडा सरकार को सूचित किया है कि हमारी पारस्परिक राजनयिक उपस्थिति में समानता होनी चाहिए. भारत में उनकी संख्या कनाडा में हमारी संख्या की तुलना में बहुत अधिक है… मुझे लगता है कि कनाडा की ओर से कमी की जाएगी.”

वहीं इससे पहले आज दिन भारत ने बड़ा फैसला लेते हुए कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवा निलंबित करी दी है.

विदेश मंत्रालय ने परामर्श में ‘‘भारत विरोधी एजेंडे’’ का विरोध करने वाले भारतीय समुदाय के एक वर्ग और भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाने वाली ‘‘धमकियों’’ का हवाला दिया और भारतीय नागरिकों से कनाडा की यात्रा करने से बचने को कहा.

इंडिया-कनाडा विवाद पर बात करते हुए एमईए के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “हां, मुझे लगता है कि यहां कुछ हद तक पूर्वाग्रह है. उन्होंने कार्रवाई को लेकर आरोप लगाए हैं. हमें ऐसा लगता है कि कनाडा सरकार के ये आरोप मुख्य रूप से राजनीति से प्रेरित हैं.”

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कनाडा में वीजा सेवाओं की मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “आप कनाडा में हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों द्वारा सामना किए जा रहे सुरक्षा खतरों से अवगत हैं. इससे उनका सामान्य कामकाज बाधित हो गया है. हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास अस्थायी रूप से वीज़ा आवेदनों पर काम करने में असमर्थ हैं. हम नियमित आधार पर स्थिति की समीक्षा करेंगे…”

बागची ने कहा, “हमें उपलब्ध कराई गई किसी भी विशिष्ट जानकारी पर गौर करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी तक हमें कनाडा से कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है. हमारी ओर से कनाडा में रह कर कुछ लोगों के द्वारा आपराधिक गतिविधियों के बारे में विशिष्ट सबूत कनाडा के साथ साझा किए गए हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं की गई है.”

कनाडा में भारतीय वाणिज्य दूतावास में सुरक्षा बढ़ाने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि सुरक्षा प्रदान करना मेजबान सरकार की ज़िम्मेदारी है. कुछ जगहों पर हमारी अपनी सुरक्षा व्यवस्था भी है, लेकिन इस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करना ठीक नहीं है. यह उचित स्थिति नहीं है.”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “प्रतिष्ठा को नुकसान की बात करें, तो अगर कोई देश है जिसे चिंता करने की ज़रूरत है, तो वह कनाडा है. जिसकी आतंकवादियों, उग्रवादियों और संगठित अपराध के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में प्रतिष्ठा बढ़ रही है.”

कनाडा के आरोपों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “हां ये आरोप कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री मोदी के सामने उठाए थे और प्रधानमंत्री मोदी ने इन्हें खारिज कर दिया था.”

एमईए के प्रवक्ता ने कहा, “हम अपने दायित्वों को बहुत गंभीरता से लेते हैं. हम निश्चित रूप से भारत में विदेशी राजनयिकों को सभी तरह की सुरक्षा प्रदान करेंगे. हम कनाडा से भी उम्मीद करते हैं कि वे कनाडा में हमारे राजनयिकों के प्रति इसी तरह की संवेदनशीलता दिखाएंगे.”

शशि थरूर ने मौजूदा हालात पर जताई चिंता

वहीं इस मसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व राजनयिक शशि थरूर ने कहा, “यह बहुत ही निराशाजनक घटनाक्रम है. मुझे यह समझ नहीं आ रहा है कि कनाडा की ओर से उस देश में एक विशेष राजनीतिक लॉबी की जरूरतों को पूरा करने की स्पष्ट आवश्यकता के कारण उन्हें सार्वजनिक रूप से भारत के साथ अपने पूरे रिश्ते को खतरे में क्यों डालना पड़ा है. लेकिन अब हमें यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने होंगे कि यह और खराब न हो. वे एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार हैं… अब भारतीय-हिंदू की सुरक्षा के खिलाफ खतरे बढ़ रहे हैं. मुझे लगता है कि एक बार कनाडा ने इसे शुरू कर दिया है, तो उन्हें उन खतरों के बारे में बहुत सचेत रहना चाहिए जो वे भड़का रहे हैं, जिसमें एक प्रकार का उग्रवाद शामिल है जो अब भारत में पंजाब में मौजूद नहीं है. इसलिए मैं कनाडाई लोगों से आग्रह करूंगा कि वे भी गहरी सांस लें और जो वे कर रहे हैं उस पर पुनर्विचार करें.”

सुखबीर सिंह बादल ने कहा- सरकार जल्द निकाले समाधान

वहीं इस मुद्दे पर अकाली दल के अध्यक्ष और सांसद सुखबीर सिंह बादल ने कहा, “भारत और कनाडा के संबंध जिस तरह के बन गए हैं, इससे बहुत ज्यादा असर भारत के नागरिकों पर पड़ने लगा है क्योंकि कनाडा में सबसे ज्यादा हिन्दुस्तानी रहते हैं, पंजाब के बहुत से लोग वहां हैं. पिछले 2 दिनों में पंजाब में लोग बहुत ज्यादा घबराए हुए हैं. भारत सरकार से अनुरोध करता हूं जल्द से जल्द इसका कोई समाधान निकालें.”

कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवा निलंबित, शांति की अपील की

वहीं, इससे पहले भारत ने कार्रवाई करते हुए कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवा निलंबित कर दी. कनाडा में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से समर्थित घृणा अपराधों और आपराधिक हिंसा को देखते हुए भारत ने बुधवार को अपने नागरिकों और यहां की यात्रा पर विचार कर रहे देश के लोगों को ‘अत्यधिक सावधानी’ बरतने का परामर्श जारी किया.

बीएलएस इंटरनेशनल के अनुसार, कनाडा में भारतीय मिशन ने गुरुवार को परिचालन कारणों का हवाला देते हुए अगली सूचना तक वीजा सेवाओं को निलंबित कर दिया है.

बीएलएस इंटरनेशनल सर्विसेज लिमिटेड दुनिया भर में सरकारी और राजनयिक मिशनों के लिए एक भारतीय आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता है. कंपनी वीज़ा, पासपोर्ट, कांसुलर, सत्यापन और नागरिक सेवाओं का प्रबंधन करती है.

(एएनआई और भाषा के इनपुट्स के साथ)


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