अहमदाबाद: स्पिनरों की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद कप्तान रोहित शर्मा की 60 रन की आकर्षक पारी के दम पर भारत ने तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के पहले मैच में वेस्टइंडीज को छह विकेट से हराया.
भारत का यह 1000वां एकदिवसीय मैच है जिसमें उसनें जीत के लिए मिले 177 रन के लक्ष्य को महज 28 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया.
भारतीय टीम की इस साल की यह पहली जीत है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका दौरे पर उसे 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था.
रोहित ने 51 गेंद की पारी में 10 चौके और एक छक्का जड़ा. उन्हें इशान किशन का अच्छा साथ मिला और दोनों ने पहले विकेट के लिए 84 रन की साझेदारी कर जीत की नींव रखी.
नये कप्तान रोहित की अगुवाई में टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला करने के बाद युजवेन्द्र चहल और वाशिंगटन सुंदर की फिरकी गेंदबाजी से भारत ने वेस्टइंडीज की टीम को 43.5 ओवर में 176 रन पर समेट दिया.
चहल ने 9.5 ओवर में 49 रन देकर चार विकेट लिये जबकि सुंदर ने नौ ओवर में 30 रन खर्च कर तीन विकेट चटकाये. प्रसिद्ध कृष्णा को दो तो वहीं मोहम्मद सिराज को एक सफलता मिली.
वेस्टइंडीज की टीम एक समय 23वें ओवर में 79 रन पर सात विकेट गंवाकर मुश्किल में थी लेकिन पूर्व कप्तान जेसन होल्डर और फैबियन ऐलन ने आठवें विकेट के लिए 78 रन की साझेदारी कर टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला. होल्डर ने 71 गेंद की पारी में चार छक्कों की मदद से 57 रन बनाये.
लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित ने पहले ओवर में ही केमार रोच की गेंद पर चौका लगाकर अपने इरादे जाहिर कर दिये. उन्होंने इसके बाद चौथे ओवर में होल्डर और फिर पांचवें ओवर में रोच के खिलाफ चौका जड़ा.
दूसरे छोर पर संभल कर बल्लेबाजी कर रहे छठे ओवर में होल्डर के खिलाफ चौका लगाकर अपना हाथ खोला.
रोहित ने 10वें ओवर में रोच के खिलाफ दो आकर्षक चौके और एक छक्का जड़ा. उन्होंने 12वें ओवर में दो रन लेकर वनडे करियर का अपना 44वां पचासा पूरा किया.
अल्जारी जोसेफ ने 13वें ओवर की पहली गेंद पर रोहित को पगबाधा कर वेस्टइंडीज को पहली सफलता दिलायी. विराट कोहली ने इसके बाद क्रीज पर कदम रखते ही लगातार दो चौके लगाये लेकिन ओवर की पांचवीं गेंद पर एक और बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में रोच को कैच दे बैठे.
एक ही ओवर में दो सफलता से वेस्टइंडीज ने वापसी की लेकिन पंत ने क्रीज पर कदम रखते ही चौका और फिर किशन ने छक्का जड़कर दबाव को कम किया.
किशन ने लय हासिल करने के बाद एक और बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में अकील हुसैन की गेंद पर फैबियन ऐलन को कैच थमा दिया. उन्होंने 36 गेंद में 28 रन बनाये.
अगले ही ओवर में पंत दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गये. उन्होंने नौ गेंद में 11 रन बनाये.
इसके बाद सूर्यकुमार यादव और पदार्पण कर रहे दीपक हुड्डा ने 62 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को जीत दिला दी.
दोनों ने संभल कर बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को ज्यादा मौके दिये बिना आसानी से रन बनाये. सूर्यकुमार ने ऐलन की गेंद पर विजयी चौका जड़ा. उन्होंने 36 गेंद में पांच चौके की मदद से नाबाद 34 रन बनाये तो वहीं हुड्डा ने 32 गेंद में दो चौके की मदद से नाबाद 26 रन बनाये.
इससे पहले वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज शाई होप (आठ रन) ने पारी के तीसरे ओवर में मोहम्मद सिराज के खिलाफ लगातार दो चौके लगातार आक्रामक होने के संकेत दिये लेकिन अगली ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गये.
पहली सफलता के बाद भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी की जिससे वेस्टइंडीज की टीम शुरुआती पावरप्ले में एक विकेट पर 39 रन ही बना सकी.
टीम में वापसी कर रहे वाशिंगटन सुंदर ने 12वें ओवर में वेस्टइंडीज को दोहरा झटका दिया. ओवर की दूसरी गेंद पर ब्रैंडन किंग (13 रन) को सूर्यकुमार की हाथों कैच करने के बाद छठी गेंद पर डेरेन ब्रावो को पगबाधा किया. मैदान अंपायर ने भारतीय खिलाड़ियों की अपील खारिज कर दी थी लेकिन कप्तान रोहित ने डीआरएस का सहारा लिया. टेलीविजन रिप्ले में गेंद विकेट से टकराते दिखी और अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा. ब्रावो ने 34 गेंद में 18 रन बनाये.
निकोलस पूरन ने क्रीज पर उतरते ही शारदुल ठाकुर और फिर सुंदर के खिलाफ चौके जड़े लेकिन रोहित ने 20वें ओवर में गेंद युजवेन्द्र चहल को थमाई जिन्होंने अपने शुरुआती ओवर में ही लगातार दो गेंदों पर पूरन और कप्तान कीरोन पोलार्ड का चलता कर वेस्टइंडीज को बैकफुट पर धकेल दिया.
चहल ने इस ओवर की तीसरी गेंद पर पूरन के खिलाफ पगबाधा की अपील की लेकिन मैदानी अंपायर के नकारने के बाद रिव्यू का सहारा लिया गया और अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा. उन्होंने 25 गेंद में 18 रन बनाये. चहल ने इस तरह एकदिवसीय में अपने 100 विकेट पूरे किये..
उन्होंने अपने दूसरे ओवर में वेस्टइंडीज को छठा झटका दिया. इस बार शमार ब्रुक्स (10 रन) उनके शिकार बने, जिन्हें विकेट के पीछे पंत ने लपका. यह तीसरी बार हुआ जब मैदानी अंपायर के नकारने के बाद भारत ने रिव्यू का सहारा लिया जो सफल रहा.
अगले ही ओवर में पंत ने प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर हुसैन का शानदार कैच पकड़ा. वह खाता खोलने में नाकाम रहे. हुसैन के आउट होने के बाद वेस्टइंडीज की टीम 23 ओवर में सात विकेट पर 79 रन बनाकर संघर्ष कर रही थी.
लेकिन इसके बाद पूर्व कप्तान जेसन होल्डर और टीम में वापसी कर रहे ऐलन ने शानदार साझेदारी कर टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला.
इन दोनों ने दौड़कर रन बनाने के साथ बीच-बीच में गेंद को सीमा रेखा के पार बाहर भेजना जारी रखा. इस दौरान होल्डर ज्यादा आक्रामक दिखे जिन्होंने चहल के खिलाफ तीन छक्के जड़े.
उन्होंने 37वें ओवर में शारदुल के खिलाफ छक्का लगाने के बाद दो रन लेकर एकदिवसीय क्रिकेट में अपने 2000 रन पूरे किये और अगले ओवर में सुंदर के खिलाफ दो रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया.
सुंदर ने इसी ओवर में ऐलन को अपनी ही गेंद पर कैच लेकर 78 रन की इस साझेदारी को तोड़ा. ऐलन ने 43 गेंद की पारी में दो चौके की मदद से 29 रन बनाये.
कृष्णा ने 41वें ओवर में विकेट के पीछे पंत के हाथों कैच कराकर होल्डर की पारी को खत्म किया. चहल ने इसके बाद जोसेफ को आउट अपना चौथा विकेट लिया जिससे वेस्टइंडीज की पारी सिमट गयी.
भाषा आनन्द नमिता
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