अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अहमदाबाद में सरदारधाम भवन का उद्घाटन किया और सरदारधाम फेज-2 कन्या छात्रावास का भूमि पूजन किया. कार्यक्रम के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल भी मौजूद रहे.
सरदारधाम भवन का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘किसी भी शुभ काम से पहले हमारे यहां गणेश पूजन की परंपरा है और सौभाग्य से सरदारधाम भवन का श्रीगणेश भी गणेश पूजन के पवित्र त्यौहार के अवसर पर हो रहा है.’
सरदारधाम में उपलब्ध सुविधाएं
यह भवन अच्छी नौकरी की इच्छा रखने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के लड़कियों और लड़कों को छात्रावास की सुविधा मुहैया करवाएगा.
सरदारधाम में 1.6 हजार स्टूडेंट्स के लिए आवासीय सुविधाएं, 1 हजार कंप्यूटर सिस्टम, ई-लाइब्रेरी, हाई टेक क्लासरूम, जिम, ऑडिटोरियम, 50 लग्जरी कमरों के साथ रेस्ट हाउस और राजनीतिक बैठकों के लिए दूसरी सुविधाएं हैं. इस भवन में 1 हजार स्टूडेंट्स की क्षमता वाली लाइब्रेरी, 450 सीटिंग कैपेसिटी का ऑडिटोरियम, 1 हजार लोगों को क्षमता के दो मल्टीपर्पज हॉल, इनडोर गेम और दूसरी सुविधाएं हैं. भवन के सामने सरदार वल्लभभाई पटेल की 50 फीट ऊंची ब्रॉन्ज की मूर्ति स्थापित है.
अहमदाबाद में भवन के पहले फेज का काम 200 करोड़ रुपए की लागत से पूरा हुआ है. यह अहमदाबाद-गांधीनगर सीमा क्षेत्र में वैष्णोदेवी सर्कल के पास 11,672 वर्ग फुट में बनाया गया है.
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9/11 का जिक्र
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने अमेरिका में हुए 9/11 आतंकी हमले का भी जिक्र किया.
बोले- आज 11 सितंबर यानी 9/11 है. दुनिया के इतिहास की एक ऐसी तारीख जिसे मानवता पर प्रहार के लिए जाना जाता है. लेकिन इसी तारीख ने पूरे विश्व को काफी कुछ सिखाया भी.
मालूम हो कि आज के दिन ही 20 साल पहले अल-कायदा ने अमेरिका में सबसे वीभत्स आतंकी हमले को अंजाम दिया था, जिसमें तकरीबन 3 हजार लोगों की जान चली गई थी.
एक सदी पहले ये 11 सितंबर 1893 का ही दिन था जब शिकागो में विश्व धर्म संसद का आयोजन हुआ था. आज के ही दिन स्वामी विवेकानंद ने उस वैश्विक मंच पर खड़े होकर दुनिया को भारत के मानवीय मूल्यों से परिचित कराया था. आज दुनिया ये महसूस कर रही है कि 9/11 जैसी त्रासदियों का स्थायी समाधान, मानवता के इन्हीं मूल्यों से ही होगा.
जब हम समाज के लिए कोई संकल्प लेते हैं तो उसकी सिद्धि के लिए समाज ही हमें सामर्थ्य देता है. इसलिए आज हम ऐसे कालखंड में जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो देश ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ-साथ सबका प्रयास का मंत्र दिया है.
पीएम बोले -आजादी की लड़ाई में गांधीजी ने यहीं से दांडी मार्च की शुरुआत की थी. इसी तरह खेड़ा आंदोलन में सरदार पटेल के नेतृत्व में किसान, नौजवान, गरीब की एकजुटता ने अंग्रेजी हुकूमतों को झुकने पर मजबूर कर दिया था.’
सुब्रमण्य भारती के नाम से BHU में लगेगी चेयर
पीएम मोदी बोले सुब्रमण्य भारती जी हमेशा भारत की एकता पर, मानवमात्र की एकता पर विशेष बल देते थें.
उनका ये आदर्श भारत के विचार और दर्शन का अभिन्न हिस्सा है. आज इस अवसर पर मैं एक महत्वपूर्ण घोषणा भी कर रहा हूं. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में सुब्रमण्य भारती जी के नाम से एक चेयर स्थापित करने का निर्णय लिया गया है. तमिल स्टडीज पर ‘सुब्रमण्य भारती चेयर’ BHU के फेकल्टी ऑफ आर्ट्स में स्थापित होगी.
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कोरोना पर बोले-
कोरोना की महामारी आई, पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर आंच आई, भारत पर भी इसका काफी असर आया, लेकिन हमारी अर्थव्यवस्था महामारी के कारण जितना ठहरी थी, उससे ज्यादा तेजी से रिकवर कर रही है.
और बोले-
-आज स्किल इंडिया मिशन भी देश की बड़ी प्राथमिकता है. इस मिशन के तहत लाखों युवाओं को अलग-अलग स्किल सीखने का अवसर मिला है, वो आत्मनिर्भर बन रहे हैं.
पाटीदार समाज की तो पहचान ही रही है, ये जहां कहीं भी जाते हैं वहां के व्यापार को नई पहचान दे देते हैं.
आपका ये हुनर अब गुजरात और देश में ही नहीं, पूरी दुनिया में पहचाना जाने लगा है. पाटीदार समाज की एक और भी बड़ी खूबी है, ये कहीं भी रहें, भारत का हित आपके लिए सर्वोपरि रहता है. समाज के जो वर्ग, जो लोग पीछे छूट गए हैं, उन्हें आगे लाने के लिए सतत प्रयास हो रहे हैं.
आज एक ओर दलितों पिछड़ों के अधिकारों के लिए काम हो रहा है, तो वहीं आर्थिक आधार पर पिछड़ गए लोगों को भी 10% आरक्षण दिया गया है’
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