scorecardresearch
Sunday, 22 December, 2024
होमदेशआईआईटी खड़गपुर 'गांधीवादी विचार और दर्शन' पर अंतरराष्ट्रीय ई-संगोष्ठी का आयोजन करेगा

आईआईटी खड़गपुर ‘गांधीवादी विचार और दर्शन’ पर अंतरराष्ट्रीय ई-संगोष्ठी का आयोजन करेगा

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोह के पूरे होने के उपलक्ष्य में शीर्ष वैश्विक विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय ई-संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है.

Text Size:

कोलकाता: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोहों के पूरे होने के उपलक्ष्य में शीर्ष वैश्विक विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय ई-संगोष्ठी का आयोजन कर रहा है.

संस्थान के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालयों के शिक्षाविद और आईआईटी खड़गपुर के प्राध्यापकों समेत भारत से गांधीवादी विशेषज्ञ अगस्त के कुछ चुनिंदा दिनों में ‘गांधीवादी विचार और दर्शन’ पर वेबिनार के माध्यम से चर्चा करेंगे.

संस्थान के निदेशक प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा, ‘सभी अनिश्चितताओं एवं एकाकीपन के बीच, हम अपनी प्रेरणा महात्मा गांधी से लेते हैं जो न सिर्फ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे बड़े नेता थे बल्कि मौलिक अधिकारों, आत्मनिर्भरता और करुणा के मामलों में कई वैश्विक नेताओं के लिए आदर्श हैं.’

ये वेबिनार अमेरिका की मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और भारत के गांधी फोरम के साथ आठ अगस्त को, टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के साथ 15 अगस्त को, ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी, अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास अर्लिंगटन के साथ 20 अगस्त को, ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स, ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न, न्यूजीलैंड की मासे यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड के साथ 27 अगस्त को तथा यूनिवर्सिटी ऑफ एलबर्टा और कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के साथ 28 अगस्त को होंगे.

वेबिनार के विषयों में ‘सर्वोदय- सार्वभौमिक उत्थान या सबके लिए प्रगति और स्वाबलंबन- आत्मनिर्भरता की तलाश’, ‘आज के विश्व में गांधीवादी विरासत’, ‘ब्रांडिंग गांधी, भारत में विकास के लिए गांधीवादी अर्थशास्त्र’, ‘आत्मनिर्भर भारत से सर्वोदय तक’ शामिल होंगे जिनमें दुनिया भर से 1,000 से ज्यादा प्रतिभागी हिस्सा लेंगे.

तिवारी ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि यह बहुत सफल होगा और लोगों को प्रेरित करेगा.’


यह भी पढ़ें: कोविड-डेंगू का ‘एक साथ संक्रमण’ बंगाल के सामने नई चुनौती, डॉक्टरों ने इलाज को बहुत पेचीदा बताया


 

share & View comments