नयी दिल्ली, 18 नवंबर (भाषा) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-कानपुर और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु के अनुसंधानकर्ताओं ने एसी को सर्दी के मौसम में किफायती वायु शोधक में तब्दील करने के लिए अपनी तरह की एक अनूठी तकनीक विकसित की है।
अधिकारियों ने कहा कि प्रदूषण कई शहरों में गंभीर खतरा पैदा कर रहा है तथा इस आविष्कार के कई लोगों के लिए सर्दियों के दौरान वरदान साबित होने की उम्मीद है।
आईआईटी-कानपुर में प्रभारी प्रोफेसर (नवोन्मेष एवं इनक्यूबेशन) अंकुश शर्मा ने कहा कि इस तकनीक के जरिये एक सरल आसान उपकरण विकसित किया गया है, जिसे एसी के ऊपर आसानी से लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘एनएबीएल से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में इसका परीक्षण किया गया है और यह 99.24 प्रतिशत की दक्षता के साथ सार्स-कोव-2 (डेल्टा स्वरूप) को सफलतापूर्वक निष्क्रिय करने में सक्षम साबित हुआ है।’
सह-प्रोफेसर-प्रभारी (नवोन्मेष एवं इन्क्यूबेशन) अमिताभ बंद्योपाध्याय ने कहा, ‘इसके स्वदेशी क्रांतिकारी नवोन्मेष के वैश्विक बाजार में सफल होने की पूरी संभावना है। यह शुरुआत दुनिया की महत्वपूर्ण समस्याओं को पूरा करने वाली तकनीक का संकेत है।’
भाषा नेत्रपाल सुभाष
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