लखनऊ : देश के टाॅप मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में से एक इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट लखनऊ (आईआईएम लखनऊ) के छात्र अब स्टेज पर रामायण के किरदार निभाते दिखेंगे. दरअसल आईआईएम के एनुअल फेस्ट ‘मैनफेस्ट- वर्चस्व’ में इस बार रामलीला का आयोजन होने जा रहा है. खास बात ये है कि योगी सरकार इसको स्पाॅन्सर कर रही है.
पुरानी नहीं ‘आधुनिक’ रामायण होगी थीम
आईआईएम की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 15 से 17 नवंबर के बीच में आईआईएम के एनुअल फेस्ट ‘मैनफेस्ट- वर्चस्व’ का आयोजन होगा, जिसमें पहली बार रामलीला होगी. ये माॅडर्न रामलीला होगी, जिसकी थीम ‘कंटेम्परेरी रामायण’ तय की गई है. इसमें छात्र तमाम किरदारों में नजर आएंगे. आईआईएम-लखनऊ साल के अपने सबसे बड़े मेगा इवेंट के तौर पर हर साल ‘मैनफेस्ट वर्चस्व’ का आयोजन करता है. इसमें अधिकतर आईआईएम सहित देश के कई नामी प्रबंधन कॉलेजों की टीमें हिस्सा लेती है. इस बार ये फेस्ट का 33वां साल है.
फेस्ट के कोऑर्डिनेटर आदर्श चौरसिया ने बताया कि कंटेम्परेरी रामायण में आईआईएम के अलावा अन्य संस्थानों के स्टूडेंट्स भी हिस्सा ले सकते हैंं. उन्होंने बताया कि थीम इनोवेटिव इसलिए रखी गई जिससे प्रतिभागी रामायण की शिक्षाओं को वर्तमान संदर्भ में प्रासंगिक बनाकर युवाओें के सामने रखें. साथ ही आज की पीढ़ी आज के सवालों और जरूरतों से रामायण को कैसे कनेक्ट करती है, यह परंपरागत पाठ से अधिक महत्वपूर्ण है. इसमें टॉप थ्री टीमों को पुरस्कृत किया जाएगा. फैकल्टीज़ द्वारा सभी को जज किया जाएगा.
यूपी सरकार के संस्कृति विभाग की ओर से इसे स्पाॅन्सर किया जाएगा. हालांकि, संस्कृति विभाग की ओर से इस कार्यक्रम के लिए कितना पैसा दिया गया है ये तो नहीं बताया जा रहा. लेकिन विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो इस कार्यक्रम को लेकर विभाग से तुरंत हरी झंडी दे दी गई. अधिकारी दिवाली के मौके पर अयोध्या में दीपोत्सव के सफल आयोजन के बाद अब इस कार्यक्रम के लिए काफी उत्साहित हैंं. आईआईएम के फेस्ट कमेटी की ओर से यूपी के संस्कृति विभाग को प्रस्ताव दिया था कि युवाओं को सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने के लिए वह इस बार मैनफेस्ट में रामायण पर आधारित इवेंट करना चाहते हैं. विभाग ने उनके प्रस्ताव को स्वीकारते हुए स्पॉन्सरशिप पर सहमति दे दी.
राम पर ऑनलाइन क्विज़ भी
आईआईएम के मीडिया कोऑर्डिनेटर विकास श्रीवास्तव ने बताया कि फेस्ट में कंटेम्परेरी रामायण के साथ-साथ भगवान पर ऑनलाइन क्विज़ भी आयोजित की जाएगी. फेस्ट के कोऑर्डिनेटर आदर्श चौरसिया ने बताया कि आईआईएम लखनऊ की वेबसाइट व फेसबुक पेज पर जल्द ही इससे जुड़ी डीटेल अपलोड की जाएंगी.
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वहीं इसी दौरान संस्कृति विभाग रामकथा पर आधारित चित्रों व दुनिया के विभिन्न देशों में होने वाली रामलीला पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाएगा. कल्चरल कनेक्ट पर कई और इवेंट भी होंगे. संस्कृति विभाग से जुड़े एक सूत्र की मानें तो सरकार इससे रामकथा की ब्रैंडिंग और भगवान राम के जीवन मूल्यों से युवाओं को परिचित करने के अवसर के रूप में देख रही है. विभाग को पूरा सहयोग करने को कहा गया है.
आईआईएम में लगी थी योगी सरकार के मंत्रियों की क्लास
बता दें कि बीते सितंबर महीने मेंं उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्रियों की आईआईएम में ट्रेनिंग हुई थी. इसमें मंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ सुशासन, प्रबंधन, नेतृत्व कौशल व जनभागीदारी का पाठ पढ़ने के लिए आईआईएम लखनऊ पहुंचे थे. योगी सरकार के लिए संस्थान ने लीडरशिप डेवेलपमेंट प्रोग्राम के तीन खास सत्र आयोजित किए थे. यूपी सरकार के सभी मंत्रियों को लीडरशिप डेवेलपमेंट का पाठ पढ़ाया गया. इस दौरान आर्थिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई थी.