रांची, 30 अगस्त (भाषा) विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने शनिवार को राज्यसभा और लोकसभा के सभी सदस्यों से पार्टी लाइन से परे योग्यता के आधार पर अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन मांगा और कहा कि अगर भाजपा के शीर्ष नेता राजी हों तो वह उनसे मिलने को तैयार हैं।
रेड्डी ने इस बात पर जोर दिया कि वह चाहते हैं कि यह चुनाव हाल के वर्षों में भारत में हुए सबसे शालीन और निष्पक्ष चुनावों में से एक हो।
उन्होंने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर भी सवाल उठाया और तर्क दिया कि बहुमत होने से किसी को अपनी मनमर्जी करने का अधिकार नहीं मिल जाता।
उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैंने राज्यसभा और लोकसभा के सभी सदस्यों को योग्यता के आधार पर मेरी उम्मीदवारी पर विचार करने के लिए पत्र भेजे हैं और अगर भाजपा के शीर्ष नेता अनुमति देते हैं तो मैं उनसे मिलकर समर्थन मांगने को तैयार हूं।’’
रेड्डी ने केंद्र पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रताड़ित किया गया और उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई गई।
उपराष्ट्रपति पद के लिए नौ सितम्बर को होने वाले चुनाव में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन और विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार रेड्डी के बीच मुकाबले के लिए मंच तैयार है। इस मुकाबले को ‘दक्षिण बनाम दक्षिण’ की लड़ाई कहा जा रहा है, क्योंकि दोनों ही उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं।
राधाकृष्णन जहां भाजपा की तमिलनाडु इकाई के वरिष्ठ नेता हैं, वहीं तेलंगाना निवासी रेड्डी उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हैं।
भाषा संतोष पवनेश
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