scorecardresearch
Thursday, 25 September, 2025
होमदेशजुबिन की मौत की एसआईटी जांच असंतोषजनक लगी तो सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे: हिमंत

जुबिन की मौत की एसआईटी जांच असंतोषजनक लगी तो सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे: हिमंत

Text Size:

गुवाहाटी, 25 सितंबर (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि सिंगापुर में गायक जुबिन गर्ग की मौत के मामले में एसआईटी जांच अगर किसी भी स्तर पर ‘असंतोषजनक’ पाई जाती है तो राज्य सरकार सीबीआई जांच की सिफारिश करेगी।

शर्मा ने लोगों से विशेष अन्वेषण दल (एसआईटी) की जांच पर भरोसा रखने और सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाने की अपील की, क्योंकि इससे छानबीन प्रभावित हो सकती है।

दक्षिण-पूर्व एशियाई देश में समुद्र में डूबने से गर्ग की मौत की जांच के लिए अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के विशेष पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुन्ना प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में 10 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है।

उन्होंने कहा कि एसआईटी इस मामले की गहन जांच करने के लिए प्रतिबद्ध है और यदि इसमें किसी भी तरह की चूक होती है तो हम इस मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने में संकोच नहीं करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारा रुख स्पष्ट है कि हम उस दिन जो कुछ हुआ, उसकी सच्चाई को हर संभव तरीके से उजागर करेंगे और इस मामले में किसी भी तरह से समझौता नहीं करेंगे।’

उन्होंने कहा कि एसआईटी उन लोगों से पूछताछ करेगी जो जुबिन के साथ थे और इसमें सिंगापुर में असम एसोसिएशन के सदस्य और ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल’ (एनईआईएफ) के आयोजक शामिल हैं और ‘इसमें कुछ समय लगेगा।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब एनईआईएफ के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत असम लौटेंगे तो उनसे पूछताछ की जाएगी।

उन्होंने लोगों से धैर्य रखने का आग्रह करते हुए कहा, ‘यदि कोई त्वरित न्याय चाहता है, तो हम अदालत में असफल हो जाएंगे, क्योंकि यह भावनाओं पर काम नहीं करती, बल्कि तथ्यों और सबूतों की मांग करती है।’

शर्मा ने कहा, “हम सभी ज़ुबिन से समान रूप से प्यार करते हैं, इसलिए आइए हम जांच को स्थिर, व्यवस्थित और पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ने दें। हमें अफवाहों और झूठी सूचनाओं के प्रति सतर्क और सावधान रहना चाहिए, क्योंकि इससे यह पता लगाने का मुख्य मुद्दा ही भटक जाएगा कि वास्तव में क्या हुआ था।”

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि छह साल पहले उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि जुबिन राज्य के लिए एक संपत्ति है, लेकिन कुछ लोग अपने निजी लाभ के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘मैंने ज़ुबिन को व्यक्तिगत रूप से इस बारे में बताया था और कुछ मुलाकातों में भी इसका ज़िक्र किया था। मैंने सोशल मीडिया और कई अन्य मौकों पर ऐसे कई बयान दिए हैं… मैंने उनके आसपास मौजूद लोगों के बारे में चिंता जताई थी, जिनसे अब जनता सवाल कर रही है।’

शर्मा ने दावा किया कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान महंत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान चलाया था।

उन्होंने कहा, “मैं यह स्पष्ट कर दूं कि चाहे वह रोंगाली हो या एनईआईएफ, महंत असम की सच्ची संस्कृति का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।”

असम सरकार ने महंत और उनसे जुड़े किसी भी संगठन को राज्य में कोई भी समारोह या उत्सव आयोजित करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

राज्य सरकार किसी भी ऐसे आयोजन को कोई वित्तीय अनुदान, विज्ञापन या प्रायोजन प्रदान नहीं करेगी, जिसके साथ वह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हों और केंद्र सरकार से भी अनुरोध करेगी कि वह उन्हें किसी भी तरह से कोई वित्तीय सहायता या प्रायोजन न दे।

भाषा नोमान अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments