आईसीएमआर के अनुसार देश भर में शुक्रवार तक 40,18,11,892 नमूनों की जांच की. देश में एक जून 2021 तक कोरोना वायरस के 35 करोड़ नमूनों की जांच हुई थी.
आईसीएमआर ने एक बयान में कहा, ‘समूचे देश में तेजी से जांच के बुनियादी ढांचे और क्षमता बढ़ने से यह संभव हो पाया है. आईसीएमआर तकनीक की मदद से और किफायती नैदानिक किट के नवाचार को सुविधा प्रदान कर देश भर में जांच की क्षमता में विस्तार और विविधता लाकर कोविड-19 जांच की क्षमता को बढ़ा रहा है.’
आईसीएमआर के महानिदेशक प्रोफेसर बलराम भार्गव ने कहा कि जांच में वृद्धि होने से संक्रमण की पहले पुष्टि हो रही है जिससे मरीज को पृथक-वास में भेजने और कोविड-19 मामलों के प्रभावी उपचार में मदद मिल रही है, जिससे टिकाऊ अल्प मृत्यु दर में मदद मिली है.
भार्गव के हवाले से बयान में कहा गया, ‘जांच का यह लक्ष्य हासिल करने में यह तथ्य अहम है कि भारत ने सफलता पूर्वक 5टी दृष्टिकोण ‘टेस्ट, ट्रैक, ट्रेस, ट्रीट और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल’ का प्रभावी उपयोग किया है जिससे हम महामारी के फैलने पर लगाम लगा पाये.’
नयी दिल्ली : भारत ने जून के महीने में रोजाना औसतन 18 लाख नमूनों की जांच कर 40 करोड़ कोविड-19 जांच का लक्ष्य हासिल किया है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने शनिवार को इसकी जानकारी दी.