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Tuesday, 19 November, 2024
होमदेशकोविड-19 के लक्षण मिलने पर विकल्प के तौर पर टेस्ट क्रिकेट में दूसरा खिलाड़ी उतारने की आईसीसी ने दी मंजूरी

कोविड-19 के लक्षण मिलने पर विकल्प के तौर पर टेस्ट क्रिकेट में दूसरा खिलाड़ी उतारने की आईसीसी ने दी मंजूरी

अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली क्रिकेट समिति ने ये सुझाव दिये थे ताकि क्रिकेट बहाल होने पर कोरोना महामारी के चलते खिलाड़ियों और मैच अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

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दुबई: आईसीसी ने टेस्ट मैच के दौरान किसी खिलाड़ी में कोरोनावायरस संक्रमण के लक्षण पाये जाने पर उसकी जगह स्थानापन्न खिलाड़ी को उतारने की मंगलवार को अनुमति दे दी जबकि कोरोना महामारी के खतरे के मद्देनजर खेलने के नियमों में अंतरिम बदलावों के तहत गेंद को चमकाने के लिये लार के इस्तेमाल पर अस्थायी प्रतिबंध और द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में स्थानीय अंपायरों को भी मंजूरी दे दी गई.

अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली क्रिकेट समिति ने ये सुझाव दिये थे ताकि क्रिकेट बहाल होने पर कोरोना महामारी के चलते खिलाड़ियों और मैच अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. इसे आईसीसी के मुख्य कार्यकारियों की समिति ने मंजूरी दे दी. टीमों को एक अतिरिक्त डीआरएस भी मिलेगा क्योंकि अब से द्विपक्षीय टेस्ट श्रृंखलाओं में स्थानीय अंपायर होंगे.

इसके अलावा खिलाड़ियों की जर्सी पर 32 इंच के अतिरिक्त लोगो की भी अनुमति दे दी गई है ताकि कोरोना संकट के कारण आर्थिक नुकसान उठा रहे बोर्ड कमाई कर सकें.

इसने एक बयान में कहा, ‘टेस्ट मैच के दौरान कोरोनावायरस संक्रमण के लक्षण पाये जाने पर स्थानापन्न खिलाड़ी को उतारने का विकल्प रहेगा.’

इसमें यह भी कहा गया, ‘यह नियम वनडे या टी20 में लागू नहीं होगा.’

खेलने के नये नियमों के तहत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने कोरोना महामारी के चलते ‘अंतरराष्ट्रीय यात्रा में लाजिस्टिक की चुनौतियों’ का हवाला देते हुए द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में स्थानीय अंपायरों को भी मंजूरी दे दी. ऐसा करीब दो दशक बाद होगा कि घरेलू अंपायर मैच में रहेंगे. इसके मायने हैं कि भारत के सी शमसुद्दीन, अनिल चौधरी और नितिन मेनन इंग्लैंड के खिलाफ अगले साल घरेलू श्रृंखला में अंपायरिंग करेंगे जबकि जवागल श्रीनाथ मैच रैफरी होंगे.


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स्थानीय अंपायरों की अनुभवहीनता को देखते हुए दोनों टीमों को एक एक अतिरिक्त डीआरएस मिलेगा. आईसीसी क्रिकेट संचालन टीम स्थानीय मैच रैफरियों की मदद करेगी. एलीट पैनल का एक तटस्थ मैच रैफरी वीडियो लिंक से सुनवाई कर सकेगा.

समिति ने गेंद को चमकाने के लिये लार के इस्तेमाल पर रोक को भी मंजूरी दी क्योंकि लार से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा रहता है जबकि पसीने में यह खतरा नहीं है. खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिये पसीने का इस्तेमाल कर सकेंगे. प्रतिबंध का बार-बार उल्लंघन करने पर पहले चेतावनी मिलेगी और फिर पांच रन की पेनल्टी लगाई जायेगी.

आईसीसी ने कहा, ‘खिलाड़ियों को गेंद को चमकाने के लिये लार के इस्तेमाल की अनुमति नहीं रहेगी. खिलाड़ी अगर ऐसा करता है तो अंपायर शुरू में कुछ समय रियायत देंगे लेकिन बार-बार उल्लंघन पर टीम को चेतावनी दी जायेगी.’

इसमें कहा गया, ‘टीम को दो चेतावनी मिलेगी लेकिन बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जायेगी. गेंद पर जब भी लार लगाई जायेगी तो अंपायरों को उसे साफ करने के निर्देश रहेंगे.’

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