होशियारपुर, 24 अगस्त (भाषा) पंजाब में होशियारपुर के मंडियाला इलाके में हुए टैंकर विस्फोट मामले की जांच के दौरान टैंकरों से अवैध रूप से एलपीजी गैस निकालने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
होशियारपुर-जालंधर मार्ग पर मंडियाला अड्डा के पास शुक्रवार रात एक पिकअप वाहन की टक्कर से एक एलपीजी टैंकर में आग लग गई और विस्फोट हो गया।
विस्फोट से लगभग 15 दुकानें और कई घर आग की चपेट में आ गए थे। खन्ना के पंधेर खेड़ी गांव के रहने वाले टैंकर चालक सुखजीत सिंह सहित दो लोगों की इस घटना में मौत हो गई थी और 21 अन्य घायल हुए थे।
पुलिस ने बताया कि अब तक मृतकों की संख्या सात हो गई है।
होशियारपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मलिक ने बताया कि मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि टैंकर चालक राम नगर ढेहा निवासी सुखचैन सिंह उर्फ सुखा के घर जा रहा था, जो टैंकर चालकों की मिलीभगत से कथित तौर पर एलपीजी चोरी का धंधा कर रहा था।
सुखचैन को शनिवार को गिरफ्तार किया गया और उसकी पशुशाला से 10 एलपीजी सिलेंडर व एक अस्थायी पाइप जब्त किया गया।
पुलिस ने बताया कि सुखचैन ने टैंकरों से चार-पांच सिलेंडर चोरी करने और चालकों को प्रति सिलेंडर 1,000 रुपये देकर उन्हें अवैध रूप से 1,200-1,300 रुपये में बेचने की बात स्वीकार की।
पुलिस के मुताबिक, होशियारपुर के जंडी गांव निवासी अवतार सिंह उर्फ मति, जालंधर के लम्मा पिंड निवासी रमेश कुमार और राज कुमार को भी मामले के संबंध में गिरफ्तार किया गया।
इसने बताया कि मंडियाला के पास उनसे जुड़े एक गोदाम से 40 सिलेंडर, तेल के नौ खाली ड्रम और चोरी के पाइप बरामद किए गए।
बुल्लोवाल थाने में भारतीय न्याय संहिता, आवश्यक वस्तु अधिनियम और एलपीजी आपूर्ति एवं नियंत्रण आदेश के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार, अवतार सिंह के खिलाफ 1999 से कई प्राथमिकी दर्ज हैं। होशियारपुर की उपायुक्त आशिका जैन ने बताया कि विस्फोट में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर सात हो गई है और 13 लोगों का अब भी इलाज जारी है।
उन्होंने कहा कि तीन घायलों बलवंत सिंह, सुमन और लाली वर्मा को छुट्टी दे दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान सुखजीत सिंह, बलवंत राय, धर्मेंद्र वर्मा, मंजीत सिंह, विजय, जसविंदर कौर और आराधना वर्मा के रूप में हुई है।
जैन ने कहा कि घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं और अतिरिक्त उपायुक्त को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा उन्हें 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
भाषा जितेंद्र नेत्रपाल
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