नई दिल्ली: भारत और चीन के मुद्दे को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है. राहुल पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि राहुल गांधी ओछी राजनीति कर रहे हैं. राहुल के बयान का फायदा चीन और पाकिस्तान उठाने की कोशिश कर रहे हैं. कोविड-19 और लद्दाख में चीन से तनाव पर गृहमंत्री शाह ने कहा, ‘पीएम मोदी के नेतृत्व में हम दोनों जंग जीतेंगे.’
संकट के समय ओछी राजनीति कर रहे हैं राहुल गांधी
समाचार एजेंसी एएनआई से चर्चा करते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा, ‘हर मुद्दे पर संसद में चर्चा करने के लिए तैयार हैं. अगर किसी को सीमा विवाद पर चर्चा करना है तो आइए हम चर्चा करेंगे. 1962 से आज तक दो दो हाथ हो जाए. कोई भी चर्चा से नहीं डरता है. लेकिन जब देश के जवान संघर्ष कर रहे हैं, सरकार स्टैंड लेकर कोई ठोस कदम उठा रही है, उस वक्त ऐसा कोई भी बयान नहीं देना चाहिए जिससे पाकिस्तान और चीन को खुशी मिले.’
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गृहमंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘कोरोना के खिलाफ भारत सरकार सही से लड़ी है. राहुल गांधी जी को मैं सलाह नहीं दे सकता. कुछ लोग ‘वक्रद्रष्टा’ हैं. वे सही चीजों को भी गलत देखते हैं. विश्व के परिप्रेक्ष्य में हमारे देश के आंकड़े बहुत अच्छे हैं.
नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में कोरोना से भारत सरकार, राज्य सरकारें और 130 करोड़ देशवासी, सभी ने लड़ाई लड़ी है. भाजपा में कभी एक ही परिवार का कोई व्यक्ति अध्यक्ष नहीं बना. कांग्रेस में इंदिरा जी के बाद कोई एक अध्यक्ष बता दीजिए जो परिवार के बाहर का हो, ये क्या लोकतंत्र की बात करेंगे. आपातकाल को देश की जनता को याद करना चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र की नींव पर तब प्रहार हुआ था.’
शाह ने यह भी कहा कि, ‘वे रोज रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर कोरोना की स्थिति के बारें में जानकारी देते हैं.’
कोविड के तय अस्पताल में मरीजों से कोई प्रमाण पत्र नहीं मांगा जाएगा
दिल्ली की स्थिति बताते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा, ’14 जून को दिल्ली में कुल 9,937 बेड्स उपलब्ध थे. आज दिल्ली में लगभग 30 हजार बेड्स की व्यवस्था हो चुकी है. 30 जून तक 30,000 बेड बन जाएंगे. रेलवे कोच में 8,000 बेड बन चुके हैं. डीआरडीओ एक विशेष अस्पताल बना रही है जिसमें 250 आईसीयू बेड वेंटिलेटर के साथ होंगे.
उन्होंने कहा कि राधा स्वामी सत्संग न्यास के कैंपस में 10,000 बेड का अस्पताल बनाया है, इसे आईडीबीपी संचालित करेगी. किसी भी कोरोना मरीज से, भारत सरकार, दिल्ली सरकार, एमसीडी के अस्पताल जो कोविड के लिए तय किए हैं, उसमें इलाज के लिए किसी तरह का प्रमाण पत्र नहीं मांगा जाएगा.’
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शाह ने आगे कहा, ‘आइसोलेशन बेड्स के रेट जो पहले 24 हजार से 25 हजार थे. आज 8 हजार से 10 हजार में उपलब्ध हो रहे हैं. बिना वेंटिलेटर के आईसीयू के रेट पहले 34 हजार से 35 हजार थे, वो अब 13 हजार से 15 हजार में उपलब्ध हैं. इसके अतिरिक्त वेंटिलेटर सहित आईसीयू के रेट जो पहले 44 हजार से 45 हजार रुपये थे, वो हमने घटाकर 15 हजार से 18 हजार रुपये किये हैं. हमने एनजीओ को भी कोरोना से लड़ाई में जोड़ा है. एनजीओ, एनसीसी, एसएसएस और स्काउट से हमें करीब 6000 वॉलेंटियर मिले हैं. हमने तय किया है कि दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट के तहत एमसीडी, भारत सरकार और दिल्ली सरकार काम करेगी.’
अभी तक दिल्ली में कम्यूनिटी संक्रमण की स्थिति नहीं आई
गृहमंत्री शाह ने सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘मैंने 14 तारीख को कॉर्डिनेशन की बैठक की. दिल्ली सरकार, एमसीडी और भारत सरकार के बीच समन्वय के लिए ये बैठक जरूरी थी. भारत सरकार इसमें बहुत मदद कर सकती है. कई विशेषज्ञों की मदद ली जा सकती है. इसलिए कोरोना के खिलाफ व्यापक अभियान के लिए हमने ये बैठक की. दिल्ली में अस्पतालों की स्थिति ठीक करने के लिए एम्स से टेलीफोनिक गाइडेंस की व्यवस्था की. डेडिकेटेड नंबर पर कॉल करने पर एम्स के डॉक्टर गाइंडेंस देते हैं. हमने 3 टीमों का गठन किया, जिसमें दिल्ली सरकार के और एम्स के डॉक्टर हैं, और आईसीएमआर के विशेषज्ञ हैं. उन्होंने सभी जगह की कमियों को ठीक करने का हर प्रयास किया है.’
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शाह ने आगे कहा, ‘मैं कुछ भी छिपाना नहीं चाहता हूं. मैंने तीन सबसे वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है. दिल्ली में अभी कम्यूनिटी संक्रमण वाली स्थिति नहीं आई है. अब जब दिल्ली में टेस्ट बढ़ रहे हैं तो औसतन हम कह सकते हैं कि दिल्ली में ये स्थिति नहीं है. कोरोना को लेकर में मैंने एनसीआर की बैठक की है. सीएम अरविंद केजरीवाल को लूप में रखकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की जाएगी और एनसीआर के लिए समन्वित रणनीति हम बनाएंगे. टेस्टिंग बढ़ाना और अन्य व्यवस्थाओं को बढ़ाने का काम एनसीआर में भी किया जाएगा. हमारी मीटिंग के पहले 25 मार्च से 14 जून तक लगभग 2.41 लाख टेस्ट हुए थे, मतलब प्रतिदिन 4,500 टेस्ट होते थे- 15 जून से 25 जून तक प्रतिदिन 16,000 टेस्ट हुए हैं.’
उपमुख्यमंत्री सिसौदिया के बयान से दिल्ली के लोगों में भय आया
अमित शाह ने कहा, ‘जून के दूसरे सप्ताह में दिल्ली के डिप्टी सीएम ने बयान दिया कि 31 जुलाई तक दिल्ली में 5.5 लाख कोरोना के मामले होंगे. इससे दिल्ली की जनता में बहुत भय पैदा हुआ. कई लोग तब पलायन का सोचने लगे. दिल्ली सरकार ने कहा कि दिल्ली के बाहर के लोगों का दिल्ली में इलाज नहीं होगा. इस निर्णय को केंद्र सरकार ने बदला.’
उन्होंने कहा, ‘आज मैं कह सकता हूं कि दिल्ली के डिप्टी सीएम का जो 5.5 लाख कोरोना केस वाला बयान था, वो स्थिति अब दिल्ली में नहीं आएगी. दिल्ली में 30 जून तक कंटेनमेंट जोन के हर घर का सर्वेक्षण हो जाएगा. हमने टेस्टिंग को काफी बढ़ाया है. बाद में दिल्ली में घर-घर सर्वेक्षण किया जाएगा. हमने दिल्ली सरकार को तत्काल 500 ऑक्सीजन सिलेंडर, 440 वेंटिलेटर दिए हैं. एंबुलेंस के लिए दिल्ली सरकार को कहा है कि प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर आप इनकी जरूरत पूरी कर सकते हैं. आने वाले समय में और मदद भी दिल्ली सरकार को दी जाएगी.’
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शाह ने कहा, ‘कोविड का रिकवरी रेट जो 25 मार्च को 7.1 प्रतिशत था, वो आज के अनुसार 57 प्रतिशत है. ये बहुत अच्छी स्थिति है. विकसित देशों की तुलना में भारत ने इस लड़ाई को बहुत अच्छे से लड़ा है. कल तक के आंकड़ों के अनुसार प्रति 10 लाख आबादी में भारत में 357 लोग कोरोना संक्रमित हैं और विश्व में 1250 लोग संक्रमित हैं. अमेरिका में 7569, ब्रिटेन में 4537, ब्राजील में 5802 लोग, प्रति 10 लाख की आबादी में संक्रमित हैं.’