नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में चुन-चुन कर मारे जा रहे लोगों के मद्देनज़र गृह मंत्री अमित शाह ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सहित शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुलाई है.
बैठक में एनएसए अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी, सेना प्रमुख शामिल होंगे.
मई से अब तक घाटी में 8 नागरिकों की हत्या हो चुकी है. गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में एक बैंक मैनेजर की हत्या कर दी गई थी.
वहीं मंगलवार को सांबा जिले की एक शिक्षिका रजनी बाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 25 मई को टेलीविजन अभिनेत्री अमरीना भट की लश्कर-ए-तैयबा के दो स्थानीय आतंकवादियों ने हत्या की थी.
दिप्रिंट ने बताया था कि जम्मू-कश्मीर में पिछले साल की तुलना में आतंकी संगठनों द्वारा भर्ती किए जाने वाले घाटी के निवासियों की संख्या में कोई खास बदलाव नहीं आया है, लेकिन इन समूहों ने अब स्थानीय युवाओं से ऑनलाइन संपर्क करना शुरू कर दिया है.
बता दें कि साल 2021 में, मई महीने तक घाटी में 61 से अधिक लोग आतंकी संगठनों में शामिल हो गए थे. इस साल यह संख्या 52 है.
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विजय कुमार ने दिप्रिंट को बताया था, ‘पिछले महीने हुई चार में से तीन हत्याएं हाइब्रिड उग्रवादियों द्वारा की गईं थी, जो हाल ही में शामिल किये गए रंगरूट थे और हत्याओं से महज 10-15 दिन पहले आतंकवादी हरकतों में शामिल हुए थे.’
उनके अनुसार, अकेले मई महीने में घाटी में हुई मुठभेड़ों में कुल 27 आतंकवादी मारे गए, जिनमें से 17 स्थानीय निवासी थे और 10 पाकिस्तानी थे.
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